गाजियाबाद। दिल्ली से सटा लोनी अब भ्रूण जांच का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है। इस क्षेत्र में 50 से अधिक जगहों पर चोरी-छिपे भ्रुण जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग और गुरुग्राम की टीम ने संयुक्त रूप से मिथ्या ग्राहक के माध्यम से छापामार कार्रवाई करते हुए भ्रूण जांच करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन भी जब्त की गई है। नोडल डॉ. अनुराग संजोग ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ऐसी सूचनाएं मिल रही थी की लोनी क्षेत्र में किसी फ्लैट में भ्रूण लिंग परीक्षण हो रहा हैं। हरियाणा की कुछ महिलाएं भी इसमें लिंग जांच करवाने आ रही हैं। इसके लिए पांच जनवरी को स्वास्थ्य विभाग गाजियाबाद और गुरुग्राम के अलावा पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने एक छापामार कार्रवाई की योजना बनाई। मिथ्या ग्राहक बनाकर एक गर्भवती महिला को दलाल सोनू से संपर्क करवाया गया। दलाल सोनू ने मिथ्या ग्राहक को टीला मोड़ लोनी में एक पेट्रोल पंप के पास आने के लिए कहा। एक लडक़ा वरुण मिथ्या ग्राहक को मोटर साइकिल पर बैठा कर टीला मोड़ स्थित एक हाईराइज सोसायटी इंद्रप्रस्थ आवासीय योजना में ले गया। टावर एच फ्लैट नंबर 704 में मिथ्या ग्राहक का भ्रूण लिंग परिक्षण किया गया। संयुक्त टीम ने मौके पर छापा मारकर एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन जब्त की और फ्लैट में उपस्थित पांच लोगों को पकड़ लिया। पकड़े गये वरूण, कपिल, प्रमोद, सुमित और संदीप के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए वैधानिक कार्रवाई की गई है। जांच में पता चला है कि 50 से अधिक स्थानों पर लोनी में अल्ट्रासाउंड सेंटर की आड में भ्रूण लिंग जांच की जा रही है। सभी केंद्रों को नोटिस भेजकर पिछले पांच महीने में किए गए अल्ट्रासाउंड का पूरा विवरण मांगा गया है।