
वाराणसी, 0८ अक्टूबर ।
कैंट रेलवे स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर आठ पर सोमवार तडक़े गुजरात के राजकोट अंतर्गत संदेश प्रेस के निकट कृष्णा चौक निवासी पटाडिया राजेश घनश्यामभाई को पकडक़र जीआरपी ने उसके पास से 5.211 किग्रा सोने के ज्वेलरी बरामद किया है। पकड़े गए राजेश घनश्यामभाई ने बताया कि वह 1489 अहमदाबाद गोरखपुर एक्सप्रेस से वाराणसी पहुंचा है। ज्वेलरी उसे बिहार के पटना स्थित गांधी मैदान के पांच दुकानों पर देना है। जेवरात के दस्तावेज नहीं दिखाने पर पुलिसकर्मियों ने तलाशी ली तो उसके पास से ज्वेलरी का वजन, उसकी कीमत, जीपीएस और तीन करोड़ के सोने की सिल्ली की पर्ची मिली। पूछताछ में बताया कि उसे सोने की सिल्ली लेकर गुजरात लौटना है।
एटीएस और आयकर विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर आर ऐश्वर्या ने आरोपी से पूछताछ की। आयकर अधिकारी ने ज्वेलरी को जीआरपी के मालखाना में रखवाने के साथ जांच शुरू कर दी है। गिरफ्तार करियर ने बताया कि वह पहले भी दो बार ज्वेलरी पटना पहुंचा चुका है। वाराणसी से जनरल टिकट लेकर पटना रवाना हो जाता। कहा कि राजकोट में यह आभूषण बनाए जाते है। ऑर्डर मिलने पर बिहार समेत विभिन्न हिस्सों में इसकी आपूर्ति होती है। हालांकि, कागजात के सवाल पर निरुत्तर हो गया। पटाडिया राजेश घनश्यामभाई के पास से बरामद कंप्यूटराइज्ड बिल फर्जी निकला है।
नियम मुताबिक 50 हजार से ऊपर का माल कहीं भेजने के लिए ई-वे बिल जनरेट होना चाहिए, जबकि ऐसा नहीं हुआ था।जीआरपी के सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि बैग में जीपीएस लगा था। जीपीएस को तस्कर ट्रैक कर रहे होंगे, जीआरपी उनके तक पहुंचने की कोशिश करेगी। करेंसी और सोने के मामले में केस दर्ज करने का हमारे पास अधिकार नहीं है। पुलिस एंगल से जांच जरूर करेंगे। आरोपी को नोटिस देकर आयकर विभाग के लोग छोड़ देंगे। जीआरपी कैंट ने सराहनीय कार्य किया है।