कोरबा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कोरबा में गुरु पूर्णिमा उत्सव परंपरागत रूप से आयोजित किया। शारदा विहार फेस टू दुर्गा पूजा पंडाल में आयोजित कार्यक्रम में गुरु पूजन के साथ समर्पण किया गया। गीत, सुभाषित, अमृत वचन के साथ यहां पर अतिथियों ने अपने विचार रखे और गुरु की महिमा को रेखांकित किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वर्ष में उत्सव मनाता है जिसके अंतर्गत आषाढ़ महीने के अंतिम दिवस गुरु पूर्णिमा उत्सव पर आयोजन किया गया। शहीद राजगुरु प्रभात शाखा शारदा विहार के द्वारा दुर्गा पूजा पंडाल फेस टू में यह कार्यक्रम किया गया। भारत माता और संघ संस्थापक के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन अर्चन के साथ कार्यक्रम आगे बढ़ा। विभिन्न क्षेत्र से उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आरपी तिवारी ने बताया कि व्यक्ति को प्रथम संस्कार उसके घर से प्राप्त होते हैं इसलिए माता-पिता उसके गुरु होते हैं। उन्होंने गुरु की महत्ता और आज के दौर की चुनौतियों पर भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता किशोर भाई पटेल ने अपने विचार रखते हुए बताया कि संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने शुरुआती दिनों में इस परंपरा को प्रारंभ किया और भगवा ध्वज को गुरु मानते हुए स्वयंसेवक सहित इसकी पूजा की। किशोर भाई पटेल ने बताया कि भगवा ध्वज को पौराणिक काल से विशेष महत्ता दी गई है यह हमारे लिए गुरु के सामान पूज्य है। भगवा ध्वज स्वयंसेवकों के हृदय तल में विराजित है। मुख्य वक्ता ने आगे बताया कि देश की स्वाधीनता के बाद राष्ट्रीय ध्वज प्राप्त हुआ है जबकि सदियों पहले से अखंड भारत में भगवा ध्वज की अपनी पहचान रही है। श्री पटेल ने कई उदाहरण के साथ अपनी बात को स्पष्ट किया। उन्होंने उन कारणों पर भी रोशनी डाली जिसके कारण भारत की भौगोलिक संरचना में काफी अंतर आया है और अब बहुत बड़ा भूभाग हमारे पास नहीं है। कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेवकों के द्वारा भगवा ध्वज पर पुष्प अर्पित करने के साथ समर्पण किया गया। कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह उपनगर के संघचालक अमृतलाल बत्रा, दीपक मुखर्जी नरेश पांडेय, राजकुमार ठाकुर, नंदन मुखर्जी, अनूप मंडल, कृष्णा वैष्णव संजय प्रसाद, मिथिलेश पांडे, सुखी यादव, डॉ स्वप्न विश्वास, लक्ष्मी साहू, सूर्यबली पाल, आरएस नवरंग, सहित स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल संचालन व्यवस्था प्रमुख हरिकेत गुप्ता और धन्यवाद ज्ञापन तरुण मिश्रा ने किया।