धनबाद। गैंगस्टर अमन सिंह ने धनबाद के जेलर मो. मुस्तकीम अंसारी की हत्या की साजिश रची थी। इस साजिश में उसका साथ फरार अपराधी धनबाद के जेसी मल्लिक रोड निवासी आशीष रंजन उर्फ छोटू ने दिया था। इसी साजिश के तहत उसने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से शूटर सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव को धनबाद बुलाया, फिर नाटकीय तरीके से पुलिस से पकड़वाकर धनबाद जेल के भीतर भिजवाया। सुंदर ने जब जेलर की हत्या करने से इनकार कर दिया तो अमन सिंह ने उसे उसके भाई और पिता की हत्या करवा देने की धमकी दी। इसके बाद आशीष रंजन ने रितेश यादव को उकसाया और कहा कि उसके पास अब एक ही विकल्प बचा है कि वह अमन सिंह की हत्या कर दे। आशीष ने कहा कि यदि जेलर की हत्या नहीं करोगे तो अमन सिंह मेरे और तुम्हारे घरवालों को मार डालेगा। इसके बाद सुंदर अमन सिंह को मारने के लिए तैयार हो गया। अमन सिंह की हत्या के लिए धनबाद जेल में बंद विकास बजरंगी ने दो पिस्टल उपलब्ध कराई। उसी पिस्टल से सुंदर उर्फ रितेश यादव ने अमन सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया। जेल में अमन सिंह को मारने में उसका साथ सतीश साव उर्फ गांधी ने भी दिया। अमन सिंह को ढेर करने में संलिप्त सारे लोग अमन सिंह के ही गुर्गे रहे हैं। यह पर्दाफाश शूटर सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव ने पांच दिनों के पुलिस रिमांड के दौरान की गई पूछताछ में किया है। पुलिस ने सुंदर का स्वीकारोक्ति बयान अदालत को सौंप दिया है। तीन दिसंबर को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह को गोलियों से भून दिया गया था। जेल प्रशासन ने शूटर के रूप में सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव की पहचान की थी। इसके बाद अदालत के आदेश पर पुलिस ने उसे पांच दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ की।