कोरबा/दीपका। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में एक करोड़ की लागत से कोयलांचल दीपका के अंतर्गत नगर पालिका क्षेत्र में तैयार किये गए गौरव पथ की बदहाल स्थिति को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि इस पर गर्व करने लायक कोई विषय भी है। एसईसीएल की खदान से कोयला लेकर निकलने वाले वाहनों ने इसकी दुर्गति कर रखी है। चौतरफा दबाव बनने के बाद नगर पालिका ने इस पर भारी वाहनों की रोकथाम के लिए सामान्य सभा में चर्चा करने की मानसिकता पहली बार बनाई है। अभी से अटकलें लगाई जा रही है कि फैसला परिवहनकर्ताओं के लिए राहत देने वाला होगा या फिर जनता के लिए।
कोयलांचल दीपका में गौरव पथ पर बनी हुई आवाजाही से संबंधित समस्याओ के कारण आम लोग परेशान हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए गौरव पथ संघर्ष समिति बनाई गई। एक व्यक्ति की मौत के बाद यहां लोगों ने अनशन शुरू किया। लोगों के तेवर के बाद प्रशासन बैकफुट पर आ गया। आखिरकार तय किया गया कि अगली व्यवस्था तक गौरव पथ पर हर दिन सुबह और शाम तीन-तीन घंटे भारी वाहनों का परिचालन बाधित रहेगा।
नगर पालिका दीपका के गौरव पर चल रहे कोयला परिवहन के ट्रैकों को लेकर आज विगत 25 दिनों तक प्रदर्शन किया गया। इस बीच संघर्ष समिति के द्वारा नगर पालिका को नगर पालिका के 17 पार्षदों का समर्थन जुटा लिया गया। नगर पालिका को सामान्य सभा की बैठक बुलाने एवं एजेंडा में गौरव पथ की समस्या को सामने रखते हुए चर्चा करने के लिए बिंदु को शामिल किया है।

गौरवपथ सहित चार मुद्दों पर होगी चर्चा

नगर पालिका परिषद दीपका की सामान्य सभा की बैठक 13 सितंबर को दोपहर 2 बजे सभाकक्ष में रखी गई है। इस बारे में पीआईसी और सभी पार्षदों को सूचना उपलब्ध कराई गई है। सीएमओ द्वारा जारी सूचना में कहा गया है कि सामान्य सभा में गौरवपथ पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक, 15वें वित्त आयोग से निर्माण कार्यों, पूर्ववर्ती पीआईसी बैठक की जानकारी और राष्ट्रीय पेंशन योजनाओं से प्राप्त आवेदनों की स्वीकृति पर चर्चा होगी।