बोर व हैंडपंप का पानी सेवन से बीमारी का डर

कोरबा। ग्रामीणों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा कोरबा विकास खंड के गेराव ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम घोटमार में लोगों को स्वच्छ पेय जल उपलब्ध कराने के वास्ते हैड़पंप , बोर तथा जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पानी पहुंचाने के लिए टंकी की स्थापना करने के साथ ही नलों का जाल बिछाया है। बावजूद इसके यहां के ग्रामीण आज भी ढोढ़ी का पानी पीते है।
ग्रामीणों का मानना है कि वें ढोढ़ी के अलावा अन्य स्थान का पानी सेवन करते है तो बीमार पड़ जाते है। इसे अजमाने के लिए कई बार उन्होंने गांव में स्थापित हैड़पंप, बोर व नल का पानी पीकर प्रयोग किया। लेकिन हर बार किसी न किसी प्रकार की बीमारीके शिकार हो गए । फलस्वरूप सभी ने ढोढ़ी के पानी का सेवन करने का फैसला किए जिसे उनके दादा देश परदादा के जमाने से पीते आ रहे है। गांव की महिलाएं सुबह नहाने धोने के पश्चात तत्काल घड़ा, कुण्डी व अन्य बर्तन लेकर पानी लेने ढोढ़ी की ओर रवाना हो जाती है यह सिलसिला बारहोमाह चलता है। ढोढ़ी गांव से आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां जाने का मार्ग काफी दुर्गम है। इसे कांक्रेटिग बनाने के लिए कई बार ग्रामीणों ने सरपंच सहित अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों से मांग की लेकिन आज तक इस बनाने के लिए किसी ने भी ध्यान नही दिया।
फलस्वरूप पकडंडी व अन्य रास्ते साहरे एक कठिन परिश्रम कर पेयजल की वयवस्था करने को मजबूर है।