चांपा । दिवाली का त्यौहार आते ही जुआरी सक्रिय हो गए हैं। हर गांवों में जुआरियों का कारोबार शुरू हो चुका है। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने की बजाए पुलिस उल्टे सेटिंग में लगी हुई है। हर थाना क्षेत्र के गांवों में लाखों का जुआ हो रहा है। इन्हें पकडऩे कोई भगीरथ प्रयास नहीं कर रही है। धन की देवी लक्ष्मी का त्योहार दीपावली को अब कुछ दिन ही शेष रह गया है। इस त्योहार में धन दुगुना करने यानी जुआं में दांव लगाने वालों की संख्या गांवों में अधिक रहती है। जुआ खेलाने वालों का गैंग पूरी तरह से कमर कसकर तैयार हो चुका है। जुआ खेलाने वालों का गैंग पहले थानेदार से सेटिंग कर महीना बंधाने संपर्क कर चुके हैं। महीना बांधकर वे बेखटके जुआ खिलाना शुरू कर दिए हैं। जुआरी फड़ के हिसाब से एक से दो लाख रुपए तक का महीना थाना प्रभारियों को दिया जाता है। सेटिंग होने से पुलिस फड़ में छापामार कार्रवाई नहीं करती। थाना प्रभारियों को तमाचा तब लगता है जब अधिकारियों ने स्पेशल टीम भेजकर फड़ में छापामार कार्रवाई कराती है। हाल ही में अकलतरा व बलौदा थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापेमारी कर दो फड़ संचालकों को पकड़ा था। इनके कब्जे से बड़ी रकम जब्त की थी। चांपा शहर इससे अछूता नहीं है बल्कि शहर के नाम चिन्ह लोग किसी विशेष जगह पर अपना जवाब खेलने का अड्डा बना लिए हैं जिसे पकडऩे में पुलिस का हाथ कांप रहा है। बताया जा रहा है कि चांपा के बरपाली चौक के पास एक बड़ा जुआ बीते दो तीन माह से संचालित हो रहा है। पुलिस को इसकी भनक है। बावजूद इन पर कार्रवाई नहीं कर रही है। जुआ का संचालन कर्ता एक बड़ा सटोरिए का नाम सामने आ रहा है। जिसकी पुलिस की अच्छी पकड़ बताई जा रही है। यही वजह है कि उसके ठिकाने तक पुलिस अब तक नहीं पहुंच पाई है। बताया जा रहा है कि यहां रात 11 बजे के बाद जुआरी बड़ी संख्या में जुटते हैं फिर तडक़े 4 बजे जुआ बंद कर दी जाती है।