जांजगीर-चांपा। चांपा में पीलिया पांव पसार रहा है। वार्ड नंबर 21 और 24 में करीब 2 दर्जन लोगों में पीलिया का प्रभाव देखा जा रहा है। इनमें ज्यादातर बच्चे हैं जो अधिकतम 10 से 15 साल के आसपास है। इधर मामले की खबर मिलते ही स्वास्थ्य अमला ने पहुंचकर करीब डेढ़ दर्जन लोगों का ब्लड सेम्पल कलेक्ट किया। वहीं 144 घरों में जाकर सर्वे की। इस तरह एकाएक 2 दर्जन लोगों में पीलिया होने से चांपा में हडक़ंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि चांपा में नगर पालिका के पाइप लाइन के जरिए जाल आपूर्ति कराती है। इसके लिए दो फिल्टर प्लांट और लगभग आधा स्वास्थ्य अमला ने दूषित पानी की वजह से लोगों में पीलिया होने की आशंका जताई है। आपको बता दें कि, शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप कई जगह नाली से होकर गुजरी है। आशंका जताई जा रही हैं कहीं से पाइप लीकेज होकर नाली का पानी उसमें से होते हुए लोगों के टेपनल तक पहुंच रहा है। जिसका दुष्प्रभाव लोगों में दिख रहा है। बहरहाल पानी और ब्लड सेम्पल की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर बच्चों को किस वजह से पीलिया अपनी चपेट में ले रहा है।
दर्जन पानी टंकियों के माध्यम से पूरे शहर में पेयजल की आपूर्ति कराई जाती है। अभी पिछले पखवाड़े भर से वार्ड नंबर 21 और 24 में पीलिया का प्रकोप खासकर 10 से 15 साल के बच्चों में देखा जा रहा है। मामले की खबर मिलते ही कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम रात को ही आनन फानन में प्रभावित स्थल पहुंची और उन्होंने जायजा लिया। इसके बाद गुरुवार की सुबह सीएमएचओ डॉ. स्वाति वंदना सिसोदिया, बीएमओ आजम्बर सिंह, बीपीएम सुरेश जायसवाल, बीटीओ बीरेंद्र अहीर सहित स्वास्थ्य विभाग के टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब डेड़ दर्जन लोगों का ब्लड सेम्पल लिया।
नगर पालिका ने शहर में कराई मुनादी
शहर में एकाएक लोगों में पीलिया का प्रकोप बडऩे को लेकर नगर पालिका ने एहतियात के तौर पर शहर में मुनादी कराई है। नगर पालिका अध्यक्ष जय थवाईत का कहना है कि पानी को पीने से पहले अच्छी तरह से उबाल लिया जाए। साथ ही वितरित की गई क्लोरीन की दवा का भी उपयोग शुद्ध पानी के लिए किया।
दूषित पानी से लोग बीमार पड़ हैं। जिसे लेकर गुरुवार की पूरे मोहल्ले में घूमकर जायजा लेते हुए करीब 144 घरों में जाकर स्वास्थ्य संबंधी सर्वे किया गया। लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें एहितयात बरतने को कहा गया है।
डॉ. स्वाती वंदना सिसोदिया. सीएमएचओ
उन्होंने लोगों से अपील की है कि नल के पानी गंदा या दूषित होने की स्थिति में तत्काल इसकी सूचना वार्ड पार्षद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन एवं नगर पालिका को दो जाए।