नईदिल्ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रिया दौरे से पहले कहा कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता और विधि के शासन के साझा मूल्यों ने भारत और ऑस्ट्रिया के बीच सदाबहार संबंधों का ठोस आधार बनाया है। वह चार दशकों के बाद आगामी नौ जुलाई को ऑस्ट्रिया जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे। रविवार को ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर का संदेश का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने चांसलर को धन्यवाद देते हुए कहा कि निश्चित रूप से कूटनीतिक रिश्तों के 75 साल पूरे होने पर ऑस्ट्रिया का दौरा करना एक ऐतिहासिक अवसर है। दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने और सहयोग के नए आयाम तलाशने पर चर्चा करने के लिए वह बेहद उत्साहित हैं। उल्लेखनीय है कि मोदी दो देशों की यात्रा में 9 जुलाई को रूस से लौटते हुए ऑस्ट्रिया जाएंगे और वहां से 10 जुलाई को भारत के लिए रवाना होंगे। भारत और ऑस्ट्रिया के कूटनीतिक संबंध 10 नवंबर, 1949 में स्थापित हुए थे, जिसकी 75वीं सालगिरह के अवसर पर पीएम मोदी यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया के दौरे पर जा रहे हैं। नवंबर, 1999 में तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ऑस्ट्रिया की पहली सरकारी यात्रा पर गए थे। उसके बाद वर्ष 2005 में ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति हेंज फिचर भारत दौरे पर आए थे। ऑस्ट्रिया जाने वालों में अब तक भारत की आखिरी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हैं, जो वहां 1983 में गई थीं। इससे पहले वह वहां 1971 में भी गई थीं।2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की थी।
प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर की एक्स पर कई पोस्ट के जवाब में एक दिन बाद आई है। नेहमर ने अपनी पोस्ट में कहा था, ‘मैं दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए तत्पर हूं। उनकी अगले हफ्ते होने वाली वियेना यात्रा को लेकर आशांवित हूं।’कार्ल नेहमर ने कहा कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों के 75 सालों के अहम पड़ाव के विशेष अवसर पर होगी। ऑस्ट्रिया के चांसलर ने कहा कि कई जियोपालिटिकल चुनौतियों पर बातचीत करके द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने का अवसर है।विदेश मंत्रालय के अनुसार पीएम मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वान डेर बैलन से मुलाकात करेंगे और चांसलर कार्ल नेहमर से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। भारत और ऑस्ट्रिया के उद्योगजगत के दिग्गजों को मोदी और नेहमर संबोधित करेंगे। इसके अलावा, पीएम मोदी मास्को और वियेना में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।