चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर 9 अप्रैल को भारतीय नव संवत्सर 2081 का आगाज होगा. इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि, कुमार योग और अमृत सिद्धि योग और रेवती व अश्विनी नक्षत्र में वासंती नवरात्र भी शुरू होंगे. मध्याह्न में अभिजीत मुहूर्त घर और मंदिरों में घट स्थापना होगी और मंदिरों में रामचरितमानस व दुर्गा सप्तशती के पाठ शुरू होंगे. साल 2024 में चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा की शुरुआत 9 अप्रैल से हो रही है. 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रि के 9 दिन पर शुभ संयोग रहेंगे, जो खुशहाली लेकर आएंगे. अजमेर के मंदिरों में तैयारी शुरू हो चुकी है और प्रमुख मंदिरों और उनके चौराहों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. शहर के विख्यात अंबे माता मंदिर पर अगले 9 दिनों तक माता रानी की भव्य आरती होगी और अष्टमी के दिन कन्याओं को भोजन कराया जाएगा. वहीं रात्रि के समय भजन संध्या का आयोजन होगा. इस मौके पर मंदिरों की साफ सफाई और रंग रोगन का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। माता रानी को भव्य श्रृंगार और पोशाक भी बनाई गई है। शहर के अंबे माता मंदिर में मंदिर कमेटी द्वारा पहले और अष्टमी नवरात्रि को छोड़कर 8 दिनों तक माता रानी की पोशाक के लिए लॉटरी का सिस्टम रखा गया है, जहां पर करीब 600 श्रद्धालुओं ने अपना भाग्य आजमाते हैं. इसमें आठ लोगों की लॉटरी निकली है, जिनके नाम की लॉटरी निकली है उनके द्वारा प्रतिदिन माता रानी को पोशाक पहनाई जाएगी. नव संवत्सर की पूर्व संध्या पर शहर के अलग-अलग मार्गों पर करीब 10 हजार भगवा झंडा लगाए जाएंगे. आरएसएस और कई समाज की ओर से स्वागत की तैयारी की जा रही है शहर में आज रीजनल कॉलेज चौपाटी के पास विक्रम संवत मेला भरेगा मेले में अलग-अलग संस्थाओं की करीब 15 झांकियां सजाई जाएगी. मंगलवार सुबह से ही सर्व समाज की ओर से मुख्य चौराहाओं पर राहगीरों के सिर पर तिलक लगाया जाएगा और मिश्री से मुंह मीठा करवा कर अभिनंदन होगा और नव संवत्सर और नए साल की शुभकामनाओं के स्टीकर वाहनों पर चिपकाए जाएंगे. प्रथम नवरात्र, नवरात्र स्थापना, बसंत नवरात्र प्रारंभ, घटस्थापना, शैलपुत्री का पूजन द्वितीय नवरात्र, सिंजाजा, चेटीचंड, झूलेलाल जयंती, ब्रह्मचारिणी का पूजन तृतीय नवरात्र, गणगौर पूजन, मेला गणगौर, चन्द्रघण्टा का पूजन चतुर्थ नवरात्र, मेला बूढ़ी गणगौर, कूष्माण्डा का पूजन पंचम नवरात्र, श्री-लक्ष्मी पंचमी, स्कंदमाता का पूजन षष्ठ नवरात्र, यमुना जयंती, कात्यायनी का पूजन सप्तम नवरात्र, कालरात्रि का पूजन अष्टम नवरात्र, दुर्गाष्टमी, महाष्टमी, महागौरी का पूजन नवम नवरात्र, श्री राम नवमी, नवरात्रि पूर्ण, सिद्धिदात्री का पूजन चैत्र नवरात्रि के मौके पर अजमेर में चौपाटी पर सुबह से ही शास्त्रीय संगीत के साथ सूर्य की पहली किरण का अभिनंदन भी किया जाएगा, जिसको लेकर प्रमुख चोराहो पर अलग-अलग मंच बनाए गए हैं. चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होगा और इसका समापन 17 अप्रैल को महानवमी के अवसर पर होगा. मां दुर्गा का समर्पित चैत्र नवरात्रि के प्रतिपदा से लेकर 9वीं तक व्रत रखे जाएंगे. 17 अप्रैल को महानवमी पर कन्या पूजने के साथ नवरात्रि का समापन होगा. चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना के बाद ही व्रत आऱंभ होते हैं. इस साल चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापन के दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. पहला शुभ मुहूर्त- 9 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा.