कोरबा। वनमंडल कोरबा के करतला रेंज अंतर्गत बड़मार, सुईआरा, पीडिया, बोतली व चैनपुर में लगातार उत्पात मचाकर ग्रामीणों एवं वन विभाग के नाकों में दम कर देने वाला 50 हाथियों का दल चोटिल हाथी को छोडक़र आगे का रूख कर लिया है। हाथियों के दल के अन्यत्र जाने से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। हाथियों का यह दल धरमजयगढ़ वनमंडल से कुदमुरा के रास्ते एक पखवाड़े पूर्व करतला रेंज में प्रवेश किया था तथा क्षेत्र में लगातार उत्पात मचाकर ग्रामीणों के फसल को रौंद कर नुकसान पहुंचा रहा था। कुछ ग्रामीणों के घरों को भी निशाना बनाते हुए तोड़ दिए थे। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण परेशान थे। क्षेत्र में विचरण के दौरान एक हाथी चोटिल भी हो गया था जो ढंग से चल-फिर नहीं पा रहा है। हाथी के चोटिल होने की जानकारी मिलने पर वन विभाग ने तत्काल उपचार कराया और उसे पशु चिकित्सकों की सलाह पर दवा खिलाई। दवा खिलाने के बाद चोटिल हाथी कुछ स्वस्थ जरूर हुआ लेकिन पूरी तरह चल-फिर नहीं पा रहा है जिसके कारण दल से बिछड़ जा रहा है। चोटिल हाथी गत दिनों फिर दल में शामिल हुआ था। एक-दो दिन तक साथ में रहने के बाद हाथियों का दल अब उसे बड़मार के जंगल कक्ष क्रमांक 1015 में छोडक़र आगे बढ़ गया है। वहीं कुदमुरा रेंज में आए 30 हाथियों का दल दो समूह में बंट गया है। एक समूह में 18 तथा दूसरे में 12 हाथी हैं।