कोरबा। 1 नवंबर को जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और छत्तीसगढिय़ा क्रान्ति सेना कोरबा ने दीपका के पुष्प वाटिका में छत्तीसगढ़ राज सिरजन दिवस मनाया। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और छत्तीसगढिय़ा क्रान्ति सेना ने सर्वप्रथम दीपका स्थित पुष्प वाटिका परिसर में स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी मूर्ति की महाआरती किया।
छत्तीसगढ़ राज सिरजन दिवस में मुख्य अतिथि जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेंद्र प्रसाद राठौर ने छत्तीसगढ़ महतारी मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उन्होंने समारोह में अपनी बात रखी और प्रदेश गठन की 24वी वर्षगांठ की सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उपेक्षा के दंश के विरूद्ध उठी सामूहिक आवाज और उसके बाद जो दिशा तय की गई, उससे छत्तीसगढ़ पृथक राज्य बना। राज्य गठन के इन वर्षों में कई प्रकार की चुनौतियों पर काम किया गया है और कई सफलता अर्जित की गई है। अभी भी हमारे सामने स्थानीय रोजगार और संस्कृति से संबंधित कई प्रकार के विषय हैं जिस पर काम करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता है । हम सभी के सामूहिक संपर्क से प्रदेश सभी क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ेगा और हम नए कीर्तिमान को रचेंगे।
छत्तीसगढ़ महतारी मूर्ति महाआरती कार्यकर्म में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी जिलाध्यक्ष कोरबा जैनेंद्र कुर्रे ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ राज को मध्यप्रदेश से अलग क्यों किया गया। छत्तीसगढ़ राज को किस लिए बनाया गया। छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना कोरबा जिला अध्यक्ष सुरजीत सोनी ने सभा में अपनी बात रखी। कार्यक्रम में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेंद्र प्रसाद राठौर, कोरबा जिला अध्यक्ष जैनेंद्र कुर्रे, जिला संगठन मंत्री सुरेश पटेल ,दीपका खंड अध्यक्ष नोभीत साहू, महासचिव महावीर यादव, संगठन मंत्री रोहित कश्यप, खड़ मंत्री नरेंद्र प्रधान, छुरी खड़ अध्यक्ष देव हंस एवं छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना कोरबा जिला अध्यक्ष सुरजीत सोनी, संयोजक नवल साहू समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।