रायपुर। छत्तीसगढ़ के समाज सेवियों की टीम ने तमिलनाडु के मदुरई शहर में ‘सामुदायिक अर्थव्यवस्था का उन्नयन’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में भागीदारी की । प्रोग्रेसिव यूटिलाइजेशन ऑफ रिसर्च एंड इकोनॉमिक्स (प्योर ) और डॉक्टर्स ऑन स्ट्रीट (दोस्त) नामक सामाजिक संस्थाओं के संस्थापक रायपुर के डॉ. सत्यजीत साहू ने कार्यशाला में छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों के संदर्भ में किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए छत्तीसगढ़ मॉडल का जि़क्र करते हुए कहा कि इसके सकारात्मक ,उत्साहवर्धक और अच्छे प्रभावों का अध्ययन किया जाना देश के लिए ज़रूरी है। डॉ तमिलनाडु प्रवास के दौरान डॉ. सत्यजीत साहू ने मोबाइल फोन पर आज यहाँ बताया कि उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की टीम तमिलनाडु में आम जनता के सामाजिक -आर्थिक विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का अध्ययन भी कर रही है। मदुरई में इस सामुदायिक कार्यशाला का आयोजन ‘वालिंट्री एसोसिएशन फ़ॉर पीपल सर्विसेज़ ‘और ‘ ग्रीनफेम ‘ तमिलनाडु ने किया । वालिंट्री एसोसिएशन फ़ॉर पीपल सर्विसेज़ के संस्थापक अरूल और ग्रीन फ़ेम के ईलामथी ने इस कार्यशाला को संचालित किया। उन्होंने कहा कि आधुनिक अर्थव्यवस्था में देश के गरीब और निचले तबके को भी पर्याप्त स्थान मिलना चाहिए। सामाजिक , नैतिक और सर्वभौमिक मूल्यों को दरकिनार करके सिफऱ् लाभ कमाने की नीति ने दुनिया में विसंगतियों को बढ़ावा दिया है। उन्होंने अहिंसक और शांतिपूर्ण अर्थव्यवस्था के लिए सबके सहयोग की ज़रूरत पर जोर दिया। कार्यशाला में रायपुर (छग) के ही सुनील शर्मा ने ग्रीनफैम के द्वारा आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ महिलाओं के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की।