
जांजगीर-चांपा। शिक्षा विभाग में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। किसी ना किसी बात को लेकर विवादों में रहे जिला शिक्षा विभाग में इन दिनों लिपिक पदोन्नति और पदस्थापना में बड़ा खेला हो रहा है। दरअसल इसमें हो रही गड़बड़ी को लेकर छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के पदाधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे और कोसिलिंग से पदाकंन करने सहित 6 सूत्रीय मांगे रखी।
बुधवार 18 सितंबर को कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के पदाधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर डीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में फेडरेशन ने लिपिक पद में हो रही पदोन्नति में गड़बडी रोकने काउंसिलिंग के माध्यम से पदांकन करने की मांग रखी। उनका आरोप था कि पदोन्नति के लिए डीपीसी हो गई है औरमनचाहे स्थान में पोस्टिंग पाने के नाम पर लेन देन हो रहा है। ऐसी स्थिति में फेडरेशन ने मांग है कि लिपिक पद पर पदोन्नति प्रक्रिया काउंसलिंग के माध्यम से की जाए ताकि निर्धारित योग्यता एवं पात्रता रखने वालों का लिपिक पद पर पदोन्नति हो सके। इसी प्रकार उन्होंने कहा है कि सामान्य भविष्य निधि के प्रकरण का समय सीमा में निराकृत किया जाना चाहिए, ताकि संबंधित लोगों को इसका लाभ हो सके, शिक्षा विभाग में विभागीय जांच एवं शिकायत की जांच समय सीमा में हो, ताकि प्रभावित लोगों को समय पर न्याय मिल सके। समय-समय पर परामर्श दात्री समिति की बैठक आयोजित की जाए। जिले के सरकारी स्कूलों में सेवा देने वाले अंशकालीन सफाई कर्मचारियों का मानदेय जुलाई महीने से नहीं मिला है। उसका भुगतान अविलंब कराए जाने की मांग उन्होंने की है। अंतिम बिन्दु में उन्होंने जिले में स्कूल संचालन का समय अन्य जिलों की तरह 10 से
4 बजे तक करने और इस आदेश को प्रसारित करने की मांग की है। उनका कहना था कि शासन द्वारा स्कूल संचालन का समय 10 से 4 बजे तक निर्धारित किया गया है, लेकिन जांजगीर चांपा जिले में स्कूल संचालन का समय 9:45 से 4 बजे तक मौखिक आदेश के आधार पर दबावपूर्वक किया जा रहा है। इस बारे में उन्होंने अन्य जिलों की तरह 10 बजे से 4 बजे के निर्धारित समय में संचालन करने और इस आदेश को सभी स्कूलों में प्रसारित करने की मांग की है। फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल ने इन सभी समस्याओं के निराकरण करने की मांग की है। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी की उपस्थिति में जिला क्रीड़ा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।