रेलवे और उद्योग प्रबंधन एक-दूसरे पर टाल रहे बला
कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल और भारत अल्युमिनियम कंपनी के प्लांट को कोयला भेजने के लिए जो रेलवे ट्रैक बिछाया गया है, उसके अंतर्गत शारदा विहार रेलवे सडक़ समपार की दुर्दशा के चलते लोग परेशान हैं। हर दिन यहां कई अवसर पर छोटी गाडिय़ां फस रही हैं। चिंता इस बात को लेकर है कि अगर रेलवे क्रॉसिंग में दुर्दशा को ठीक नहीं किया जाता है तो कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है।
कुछ समय पहले ही रेलवे क्रॉसिंग के सुधार कि श्रंखला में जरूरी काम कराए गए थे लेकिन उसके बाद फिर रेलवे ने दूसरे काम के लिए यहां जबरदस्त खुदाई कर दी जिससे स्थिति खराब हो गई। बारिश के दिनों मैं लोगों को समस्याओं से जूझना पड़ा। कई बार यहां पर अप्रिय स्थिति पैदा हुई। तब अक्टूबर महीने में शारदा विहार की महिला समिति ने अपने स्तर पर चंदा किया और रेलवे क्रॉसिंग पर हुए गड्ढों को बांटने के लिए मिट्टी व अनुपयोगी सामान को डलवाया जिससे काफी हद तक राहत हुई। कुछ समय के बाद अब एक बार फिर से शारदा विहार रेलवे क्रॉसिंग में बड़ी संख्या में की उपस्थिति हो गई है जिसके चक्कर में आए दिन छोटी बड़ी गाडिय़ां फस रही हैं। ऐसे में वाहन चालकों को गिरने का डर भी सता रहा है। लोगों ने आपत्ति जताई है कि इस पूरे मामले को लेकर रेलवे अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर डाल रहा है और दूसरे प्रबंधन कह रहे हैं कि यह काम हमारा नहीं बल्कि रेलवे का है। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर हफ्ते भर के भीतर रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो वह पुलिस और दूसरे स्तर पर अधिकारियों की शिकायत करेंगे ताकि उन्हें सबक मिले।