कोरबा। कोरबा शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दादर खुर्द में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथ यात्रा का महोत्सव 7 जुलाई को धूमधाम के साथ आयोजित होगा। इसके लिए मंदिर परिसर में तैयारी की जा रही हैं। रथ यात्रा के आयोजन का यह 123 वर्ष है, जिसे लेकर आसपास के लोगों में काफी उत्साह बना हुआ है।
रथ द्वितीय के नाम से भी विभिन्न क्षेत्रों में रथ यात्रा महोत्सव बनाने की परंपरा है जिसमें हजारों ही नहीं बल्कि लाखों की संख्या में भक्तों की उपस्थिति दर्ज होती है। कोरबा जिले के दर खुर्द क्षेत्र में रथ यात्रा का अपना विशेष महत्व है और इसकी एक अलग पहचान है। 123 वर्ष इस परंपरा के पूरे होने जा रहे हैं। नगर निगम के वार्ड क्रमांक 31 खरमोर के अंतर्गत आने वाले दादर खुर्द में जगन्नाथ मंदिर परिसर में रथ यात्रा को लेकर जरूरी तैयारियां की जा रही है। यहां पर रथयात्रा से संबंधित कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि समय से पहले प्राथमिक काम पूरे हो सके। रथ निर्माण के साथ-साथ आसपास का रंग रोगन भी किया जा रहा है। जगन्नाथ मंदिर के पुरोहित रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि उनका परिवार लंबे समय से यहां पूजा अर्चना की जिम्मेदारी संभालता रहा है।
पुरोहित ने बताया कि दादर खुर्द की रथ यात्रा को देखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित होती है। कई प्रकार के आयोजन भी यहां पर इस श्रृंखला में किए जाते हैं। रथ यात्रा पर्व का हर किसी को काफी इंतजार रहता है। रथ यात्रा महोत्सव से पहले यहां गोंचा पर्व पर महाप्रभु का महा स्नान कराया गया। 7 जुलाई को रथ यात्रा दिवस को प्रात: 7बजे पूजन अर्चन किया जाएगा और दोपहर से भंडारा की शुरुआत होगी। दोपहर बाद 3 बजे रथ यात्रा के भ्रमण का कार्यक्रम प्रारंभ होगा। रात्रि 8 बजे भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा अपनी मौसी मां के यहां गुंडिचा मंदिर में विश्राम करेंगे। 16 जुलाई को रथ यात्रा की वापसी धूमधाम के साथ होगी और भगवान अपने मुख्य मंदिर में पहुंचेंगे।