बलौदा। पुराने स्कूल भवन के जर्जर होने से कभी भी दुर्घटना घटित हो सकती है। जर्जर भवन को तोडऩे के लिए स्कूल व पंचायत स्तर से आवेदन दे दिया गया है स्कूल भवन को डिस्टमेंटल करने के तरफ विभाग के अधिकारियों के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बलौदा ब्लाक के ग्राम पंचायत नावापारा (ब) में पुराने प्राथमिक शाला भवन अत्यंत जर्जर हो गया है । पुराने स्कूल भवन में छत नही है, जर्जर भवन की दीवार बरसात के पानी के कारण गिरने के कगार पर है। इस परिसर में संचालित मिडिल स्कूल प्राथमिक शाला में लगभग 200 बच्चे अध्ययनरत हैं जो यहां खेलते रहते है। स्कूल परिसर में जर्जर भवन के कारण कभी भी दुर्घटना का भय बना हुआ है।
एस आर खाण्डे
बीईओ, बलौदा
सभी सचिवों को जितने भी जर्जर स्कूल भवन हैं उसका प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए गए हैं। आरईएस के माध्यम से मूल्यांकन समिति के बाद जर्जर भवनों को तोडऩे के लिए जानकारी बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। नावापारा (ब) के जर्जर स्कूल भवन की भी जानकारी मंगाकर कार्रवाई कराई जाएगी।
आकाश सिंह
सीईओ, जनपद पंचायत बलौदा