
जांजगीर चांपा। जिला मुख्यालय से लगे पेंड्री गांव में सडक़ की हालत बद से बद्दर हो चुकी है। विभाग सहित जनप्रतिनिधि ग्रामीण की शिकायत और गुहार सुनने में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिख रहे है।केरा रोड जिला के सबसे व्यस्ततम मार्ग में से एक है जबकि इस सडक़ पर मंडी चौक से नेशनल हाईवे 49 तक सैकड़ो गड्ढे बन चुके हैं इस पर दर्जनों राहगीर दुर्घटना के शिकार होकर हाथ पैर टूट चुके हैं जबकि बहुतों के सिर फटने से कई टांके के लग चुके हैं अब आलम यह है कि लोग अपने जान को हथेली में रखकर 2 किलोमीटर की रास्ता तय करते हैं। ग्रामीणों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बाद भी ना तो जन प्रतिनिधि समस्या का समाधान करने आगे आ रहे हैं ना प्रशासन की आंखों से पट्टी हट रही है अब ग्रामीणों द्वारा रोज हो दुर्घटना के शिकार लोगो को उठाने बचाने से लेकर बैंडेड तक करते है, हालांकि प्रशासन से इस समस्या के संबंध पर सवाल किया गया तो उनके द्वारा कार्य योजना में शामिल कर जल्द ही सडक़ को बनाने की बात करते है। जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय को जोडऩे के लिए इस रोड से लगभग 100 से अधिक गांव जुड़े हुए हैं जहां के नागरिक रोजाना किसी न किसी काम से मुख्यालय आते हैं परंतु जांजगीर से पेंडरी राष्ट्रीय राजमार्ग तक का सफर तय करने में इन्हें भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है इस बात को न केवल विभागीय अमला बल्कि यहां पर पदस्थ जिम्मेदार अधिकारीभी जानते है परंतु दुख का विषय यह है किसी के द्वारा लोकगीत के इस मुद्दे को ठीक करने में रुचि नहीं दिखाई दे रही है। नतीजा यह है कि इस 2 किलोमीटर की सडक़ जांजगीर से पैड्री के निर्माण के लिए अब लोग जन आंदोलन करने की बातें करने लगे हैं क्क्योंकि विभागीय अधिकारी ऐसे ज्वलंत मुद्दों को सुलझाने में कभी भी जागरूक दिखाई नहीं देते विशेष कर लोग निर्माण विभाग लापरवाह अधिकारी इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।