
जांजगीर चांपा। जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में मिनीमाता चौक से जांजगीर की ओर जाने वाले पुराने मार्ग को बंद किए जाने के निर्णय से क्षेत्रवासियो में असंतोष व्याप्त है।
इस निर्णय को अमल में लाने से अकलतरा से जांजगीर मार्ग पर जाने वाले नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को तरौद चौक होकर जाना पड़ेगा। जिससे उन्हें दो किलोमीटर का अतिरिक्त समय एवं डीजल पेट्रोल का खर्च बढ़ेगा तथा मिनीमाता चौक के आस-पास के व्यवसायियों का रोजगार भी प्रभावित होगा। जिससे नगर एवं क्षेत्रवासियों द्वारा सडक़ बंद करने का विरोध किया जा रहा है। विदित कि यह मार्ग आगे जाकर राष्ट्रीय राजमार्ग 49 से जुड़ता है तथा वापसी में अकलतरा की आने वाले सभी प्रकार के वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग से पुरानी सडक़ की ओर आते हैं जिससे विपरीत दिशा से आने वाले वाहनों से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बताया जाता है कि राष्ट्रीय राज मार्ग के निर्माण के दौरान इसका सर्वे करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों ने अनुभव हीनता दिखाते हुए ऐसा मार्ग निर्मित किया है। दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के स्थान पर प्रशासन द्वारा आवागमन बंद करने का निर्णय अदूर्दर्शिता भरा है जिससे लोगो में असंतोष होना स्वभाविक है।
जानकारो का तो यहां तक कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के नये सडक़ निर्माण के लिए सर्वे के दौरान कुछ लोगो को फायदा पहुंचाने के लिए नक्शे में भी फेर बदल किया गया है जिसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है। दुर्भाग्यजनक तथ्य यह है कि नगर से कोयले के भारी वाहनों के आवागमन से पीडि़त नगर एवं क्षेत्रवासी बाईपास सडक़ की मांग वर्षों से करते आ रहे है जिसे पूरा करना तो दूर जांजगीर की ओर जाने वाले बाईपास को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है यह समझ से परे है कि यह निर्णय जन सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है या किसी को उपकृत करने के लिए किया गया है। स्थिति जो भी हो मार्ग के बंद किये जाने पर नगर एवं क्षेत्रवासी इसका पुरजोर विरोध करेंगे।



























