
जांजगीर। जिले में बच्चों की पढ़ाई को बेहतर और सु?विधाजनक बनाने के लिए आईसीटी(इन्फार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नॉलॉजी) योजना के तहत गवर्नमेंट हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए जाएंगे। चयनित स्कूल में आईसीटी योजना से विद्यार्थी कक्षा में पढ़ाई करने के बाद वही किताबें या उससे संबंधित विषयों की जानकारी स्मार्ट क्लास रूम में जाकर ले सकेंगे। हाई व हायर सेकंडरी स्कूल के सिलेबस और शिक्षक ऑनलाइन मिलेंगे। योजना के लिए जिले के 126 स्कूल का चयन कर लिया गया है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस बनाने की प्लानिंग की है। नए सत्र से स्कूल के स्टूडेंट्स को स्मार्ट क्लास की सुविधा भी मिलने लगेगी। निजी स्कूल के विद्यार्थियों को डिजिटल तकनीकी के माध्यम से शिक्षा देने का संस्थानों की ओर से प्रयास किया जाता है। हालांकि डिजिटल तकनीकी शिक्षा के लिए संस्थाएं अपने-अपने स्तर से विद्यार्थियों से शुल्क वसूलती हैं। निजी स्कूलों की तरह ही सरकारी स्कूल में डिजिटल तकनीकी शिक्षा विद्यार्थियों को मिले, इसके लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। केंद्र सरकार द्वारा संचालित समग्र शिक्षा अभियान के तहत आईसीटी योजना के तहत चयनित जिले स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम बनाने की तैयारी की जा रही है। चयनित हर स्कूल को इंटरनेट और डीटीएच से जोड़ा जाएगा। स्कूल को कम्प्यूटर दिया जाएगा। इन कम्प्यूटरों के माध्यम से संबंधित स्कूल के विद्यार्थी तकनीकी शिक्षा का लाभ लेंगे। आईसीटी योजना के तहत गवर्नमेंट स्कूल को छात्र-छात्राओं के लिए टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बनाने 2023-24 में राज्य परियोजना कार्यालय से समग्र शिक्षा से स्वीकृति मिल गई है। वेबकैम से जुड़ सकेंगे शिक्षक चयनित हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल वेबकैम और कान्फ्रेंस माइक से जुड़ा रहेगा। वेबकैम की मदद से बाहरी शिक्षक जुड़ेंगे और विद्यार्थियों की क्लास लेंगे। विद्यार्थी भी शिक्षक से सवाल-जवाब कर पाएंगे। इसके अतिरिक्त स्कूल में डीटीएच सुविधा, स्मार्ट क्लासरूम के लिए स्क्रीन, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, स्पीकर, केबल, कान्फ्रेंस माइक, वेबकैम ई-पाठ्य सामग्री एवं अन्य जरूरी सामान लगाए जाएंगे। आचार संहिता लागू होने के बाद काम शुरू होगा ट्टआईसीटी योजना के तहत जिले के शासकीय हाई और हायर सेकंडरी स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम बनाया जाएगा। क्लास रूम बन जाने के बाद हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र-छात्राओं को सुविधा मिलेगी, छात्र-छात्राएं डिजिटल पढ़ाई कर पाएंगे। क्लास रूम बनाने के लिए चयनित स्कूल का निरीक्षण किया जाएगा। आचार संहिता के बाद काम शुरू किया जाएगा। -47 लाख 88 हजार रुपए होंगे खर्च आईसीटी योजना में चयनित स्मार्ट क्लास रूम बनने के बाद विद्यार्थियों को किताबों की पढ़ाई कंप्यूटर पर ऑनलाइन करवाई जाएगी। योजना में 126 स्कूलों का चयन होगा। एक स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम बनाने में 38 हजार रुपए खर्च होंगे । इस हिसाब से 47 लाख 88 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। स्कूल में डीटीएच कनेक्शन व इंटरनेट शुल्क के लिए 12 हजार रुपए दिए जाएंगे।




























