कोरबा। 11 अगस्त को भूविस्थापितो की जायज मांगों को लेकर संघर्ष करते हुए दो शहीदों की याद में पूरे प्रदेश मे शहीदी दिवस मनाया जाएगा । उक्त आशय की जानकारी ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने आज एक प्रेस बयान जारी कर दी ।उन्होंने ने कहा कि 11 अगस्त 1997 को कोरबा के नाराइबोध में जबरिया जमीन अधिग्रहण का शांतिपूर्ण विरोध के दौरान पुलिस की गोलीबारी से गोपाल -फिरतु दास की मौत हो गयी थी और इस दिन को भूविस्थापित किसान एकजुटता दिवस को प्रति वर्ष मनाया जा रहा है इस वर्ष इस दिन को प्रदेश भर के भु अर्जन एवं विस्थापन से प्रभावित लोगों तथा इस मुद्दे पर अलग अलग स्थानो पर लड़ रहे संगठनों समूहों के बीच समन्वय स्थापित करने का निर्णय लिया गया है और प्रदेश के अनेक स्थानों पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन ज्ञापन सौपे जाने का आह्वान किया गया है ।उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में विकास के नाम पर किसानो की जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है लेकिन प्रभावित किसान उचित मुआवजा,पुनर्वास से वंचित है । शासन प्रशासन सिर्फ भूमि अधिग्रहण तक ही सक्रिय है , भूमि अधिग्रहण के बाद पुनर्वास व अन्य मिलने वाली सुविधाओं को दिलाने में पूरी तरह से निष्क्रिय है । जिसके कारण कोरबा जिला सहित प्रदेश के अनेकों जगह पर भू अर्जन से प्रभावित किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे है । कुलदीप ने कहा कि ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण संगठन प्रदेश के उन सभी संगठनों से संपर्क कायम करेगी जो पुनर्वास, उचित मुआवजा हासिल करने के लिए अपनी लड़ाई लड़ रहे है । आज जिला में कोयला खादान के विस्तार,रेल कारीडोर, सडक़, उद्योगीकरण के विस्तार के कारण किसानों का जमीन अधिग्रहण किया गया है।