जांजगीर नैला। बदलते मौसम व उमस भरी गर्मी के कारण जिले में डाथरिया थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिला अस्पताल के सभी बेड रोगियों से भर गया है। अधिकतर रोगी डायरिया से पीडि़त है। वर्तमान में जिला अस्पताल में अलग-अलग जगहों से दो दर्जन भर से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। इसमें आधा दर्जन मरीज गंभीर स्थिति में है। सोमवार को जीएनएम प्रशिक्षण सेंटर में डायरिया फैल गया। एक एक के बाद 10 छात्राएं उल्टी-दस्त की शिकार हो गई। इसमें दो मरीज गंभीर स्थिति में थी। तत्काल सभी 10 को जिला अस्पताल के पेइंग वार्ड में भर्ती किया गया। सभी का इलाज चल रहा है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि अभी फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं। छात्राओं ने बताया कि सुबह के समय नाश्ता में पोहा खाए थे, इसके बाद उल्टी दस्त होना शुरू हो गया। इसमें से कुछ छात्राएं को पहले से ही दस्त की शिकार थी। उन्होंने बताया कि खाना व नाश्ता के लिए सामान हम लोग ही लाते हैं। साथ ही में सामने खाना व
नास्ता बनाया जाता है। नाश्ता के कारण बीमारी नहीं फैली है, बल्कि मौसम में उतार चढ़ाव के कारण फैलने की संभावना है। इधर जीएनएम प्रबंधन का कहना है कि रविवार के दिन छात्राओं को आजादी दी जाती है। ताकि वे मार्केट से कुछ खरीदी कर सकें और अपनी जरूरतों की पूर्ति कर सकें।
छात्राएं रविवार को मार्केट गई थीं और बाहर का दृषित भोजन कर वापस लौटी थी। सोमवार को 10 छात्राओं को अचानक से उल्टी दस्त होने लगा। इसके चलते उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।