कोरबा। आरएसएस के नगर सह बौद्धिक प्रमुख किशोर भाई पटेल ने आज कहा कि मकर संक्रांति का पर्व ऋतु परिवर्तन के साथ आध्यात्मिक और सामाजिक आधार लिए हुए है। जीवन के उत्कर्ष के लिए संक्रांति दिशा देती है। जिस प्रकार से सूर्य की दिशा आज से बदलती है वैसे ही मनुष्यों के जीवन के साथ-साथ पर्यावरण की दृष्टिकोण से भी परिवर्तन परिलक्षित होते हैं। वे मुख्य वक्ता के रूप में शारदा विहार शाखा के कार्यक्रम में बोल रहे थे। पूर्व प्राचार्य चित्तगोविंद पाटले ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम में सामूहिक गीत सुभाषित और अमृत वचन भी हुए। इस कार्यक्रम के पश्चात् स्वयंसेवकों ने गोद बस्ती में पहुंचकर लोगों को संक्रांति की शुभकामनाएं दी।