जांजगीर-चांपा। केएसके प्लांट को सबसे ज्यादा बोली लगाकर जेएसडब्ल्यू ने खरीद ली है। लेकिन अब हैंडओवर के पहले प्लांट में उत्पादन ठप होने का खतरा मंडराने लगा है। इसको लेकर शुक्रवार को जेएसडब्ल्यू के चेयरमेन सज्जन व नवीन जिंदल पहुंचे। साथ ही केएसके प्लांट का जायजा लिया गया। साथ ही केएसके प्लांट को जल्द ही हैंडओवर लेने की तैयारी की जा रही है। इसके संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
ज्ञात हो कि जिले के अकलतरा में प्रदेश का सबसे बड़ा केएसके प्लांट है। 3600 मेगावाट उत्पादन क्षमता का पावर प्लांट स्थापित है, लेकिन आज तक इसमें 3600 मेगावाट का बिजली उत्पादन नहीं हो सका है। वजह प्लांट तैयार होने के बाद लगातार विवादों में रहा है। ठीक से प्लांट को चलाया ही नहीं जा सका। इसलिए करोड़ों का कर्ज होने से प्लांट मालिक इसे चला नहीं सके। इसके बाद पिछले कुछ सालों से प्लांट एनसीएल्टी द्वारा चलाया जा रहा है। एनसीएल्टी द्वारा नीलामी की प्रक्रिया की गई। जिसमें सज्जन जिंदल जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने केएसके महानदी पावर प्लांट के लिए 15 हजार 985 करोड़ रुपए की सबसे ऊंची बोली लगाई गई। शनिवार को जेएसडब्ल्यू के चेयरमेन सज्जन जिंदल व उनके भाई नवीन जिंदल पहुंचे। साथ ही एनसएल्टी के प्रमुख सुमित बिनानी भी पहुंचे। इसके लिए पास में ही हेलीपेड बनाया गया था। हेलीपेड में उतरने के बाद कार से प्लांट का जायजा लिया गया। साथ ही एनसीएल्टी प्रमुख से केएसके प्लांट के बारे में जानकारी ली गई। इसके अलावा जल्द ही हैंडओवर वपुराने कई विवादित मामले में विस्तार से चर्चा की गई।
बताया जा रहा है कि जेएसडब्लयू ग्रुप के चेयरमेन के पहुंचने के बाद जल्द ही हैंडओवर ले लिया जाएगा। इसके बाद माह भर के अंदर जेएसडब्ल्यू ग्रुप के कब्जे में केएसके प्लांट आए जाएंगे। इसके बाद सबसे पहली प्राथमिकता प्रोजेक्ट के अधूरे कार्यों को 2 वर्ष में पूर्ण करने जोर दिया जाएगा। प्लांट के अन्य अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिए जेएसडब्ल्यू के अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई। वे केएसके प्लांट में बाकी कार्य को पूर्ण करने में जुट जाएंगे।