तिरूपति-नेल्लोर, 16 अक्टूबर । टीडीपी और तेलुगू युवाथा के कार्यकर्ताओं ने शाम 7 बजे से 7.05 बजे तक अपने हाथों में रिबन, रस्सी या जंजीर बांधकर ‘शैकल्स ऑफ जस्टिस’ नामक एक अनोखे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पार्टी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू के अनुचित व्यवहार के खिलाफ अपनी चिंता दिखाने के लिए पार्टी आलाकमान ने राज्य भर में इस विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।पार्टी के तिरूपति संसदीय क्षेत्र के प्रभारी जी नरसिम्हा यादव, तिरूपति निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी एम सुगुनम्मा, तेलुगु युवाता के राज्य महासचिव ए रवि नायडू, पार्षद आरसी मुनिकृष्ण और कई अन्य लोगों ने शहर के विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।इस अवसर पर सुगुनम्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की सरकार ब्रिटिश सरकार की तरह है जो लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और अपने स्वार्थों की बहुत परवाह करती है। राज्य के विकास को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया और लोगों और राज्य के कल्याण के लिए लडऩे वालों पर फर्जी मामले थोप दिए गए। पार्टी नेता रमना, डी भास्कर यादव, एस सुधारकर रेड्डी, पी मुरलीकृष्ण रेड्डी, एन सुधाकर रेड्डी, चिनबाबू और अन्य ने भी हिस्सा लिया। पार्टी के संसदीय कार्यालय में नरसिम्हा यादव ने टीडीपी प्रमुख नायडू के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग की, जो जेल में स्वास्थ्य समस्याओं से पीडि़त हैं। नायडू के निजी डॉक्टरों के सुझाव लेकर उन्हें इस जरूरत की घड़ी में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वी विजय कुमार, सी मनोहराचारी, राजय्या, रामा यादव, पेन्चलैया, तुलसीदास और अन्य ने भाग लिया। रवि नायडू के नेतृत्व में तेलुगु युवथा कार्यकर्ताओं ने हथकड़ी के साथ सड़क पर घुटने टेककर अन्ना राव सर्कल में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में अंबेडकर के संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है और राज्य सरकार ने नायडू पर फर्जी मामला थोपकर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। महेश यादव, कृष्णा यादव, आरपी श्रीनिवासुलु, एसवीएम श्रीधर, सुब्बू यादव, करणम संदीप और अन्य उपस्थित थे।