इस्लामाबाद, 0७ जनवरी ।
पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। चीन से व्यापार करके अपनी अर्थव्यवस्था को सुधारने में लगे पाकिस्तान के लिए अब यह रास्ता भी बंद हो गया है। दरअसल, गिलगिट बाल्टिस्तान में बिजली की समस्याओं को लेकर हुंजा आवामी एक्शन कमेटी और ऑल पार्टीज ट्रेडर्स एसोसिएशन के आह्वान पर जनता ने धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। इन प्रदर्शनों के कारण हजारों ट्रक फंसे हुए हैं। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने प्रदर्शनकारियों से समझौता करने और रास्ते खुलवाने का बहुत प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। गिलगिट बाल्टिस्तान चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष इमरान अली ने बताया कि इस आंदोलन की वजह से माल से भरे करीब 700 ट्रक सीपैक पर फंस गए हैं, जबकि कई ट्रक बंदरगाह पर ही फंसे हुए हैं।इतना ही नहीं इसका असर देश के भीतर होने वाले परिवहन पर भी पड़ा है। देश के अंदर माल पहुंचाने का काम करने वाले पाकिस्तानी ट्रक भी हुंजा में कई जगहों पर फंसे हुए हैं। इससे पहले तामाम प्रदर्शनकारियों ने सरकार की तरफ से रखे गए प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया। स्थानीय निवासियों ने अपने मुद्दों का समाधान हो जाने तक विरोध जारी रखने की घोषणा की है।हुंजा के डिप्टी कमिश्नर ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की है। हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि गिलगिट बाल्टिस्तान सरकार हुंजा की बिजली आपूर्ति सुधार के लिए तुरंत ही कदम उठाएगी। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।