लंबी प्रतीक्षा के बाद लोगों को मिलेगी सुविधा
कोरबा। बहुप्रतिक्षित चिर्रा-श्यांग सडक़ का कलेवर बदलने का रास्ता पिछले दिनों साफ हो गया। जिला प्रशासन को इसका जिम्मा दिया गया है। लोक निर्माण विभाग को इस प्रोजेक्ट के लिए अहम जिम्मेदारी दी गई है। जल्द ही इस काम को शुरू कराने की योजना है। 9 करोड़ रुपए की राशि इस कार्य पर खर्च की जा रही है।
लोक निर्माण विभाग कोरबा खंड के अंतर्गत यह बड़ा काम होना है। सडक़ों की प्रगति का सबसे अच्छा मापदंड माना गया है और इनके माध्यम से संपर्क सुविधा को मजबूत करने का रास्ता प्रशस्त होता है। विकासखंड कोरबा के अंतर्गत रिमोट एरिया के रूप में चिर्रा और श्यांग क्षेत्र की पहचान बनी हुई है। बीते वर्षों में सरकारी स्तर पर शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास को लेकर यहां ढांचागत कामकाज किया गया है। इतना सबकुछ किए जाने के बावजूद आसपास के एक दर्जन से ज्यादा ग्रामों के लोगों को इस बात की ठीस बनी हुई है कि चिर्रा से श्यांग को जोडऩे वाली कच्ची सडक़ अब तक बदहाल है और इस बारे में कोई कुछ नहीं कर रहा है। सडक़ की दुर्गति के कारण कई प्रकार की परेशानियां पेश आती रही। बारिश के साथ-साथ अन्य मौसम में भी यहां पर लोगों को दुष्वारियों से जूझना पड़ रहा है और यही कारण है कि इस मामले में ग्रामीण क्षेत्र की हजारों की आबादी जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों पर उदासीनता बरतने के आरोप लगाते रहे। प्रदेश में विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार के काबिज होने के साथ यह मामला फ्लैश हुआ। इसी वर्ष सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और सडक़ निर्माण को मंजूरी दी।