
नईदिल्ली, 0८ अगस्त । सिविल लाइंस इलाके की जिस लालबत्ती पर भीषण सड़क हादसे में अमरदीप कौर की मौत हुई, उसमें सिर्फ आरोपित ट्रक चालक ही नहीं हैं। बल्कि इन दिनों रात में मालवाहक वाहनों को अनुशासित करने और नियमों को पाठ पढ़ाने के लिए अभियान चला रही यातायात पुलिस की भी लापरवाही है। रिंग रोड पर बनी लालबत्ती पर ट्रक गलत लेन में डिवाइडर के पास दाईं तरफ खड़ा था।कार चालक हरमिंदर ने उसी ट्रक के पीछे अपनी कार खड़ी की थी। उसके पीछे से टक्कर मारने वाला ट्रक भी गलत लेन में तेज रफ्तार में आया। टक्कर मारने के बाद आरोपित ट्रक चालक ने ट्रक को पीछे किया, इसके बाद ट्रक छोड़कर फरार हो गया। इस हादसे से रात में यातायात पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।हादसे के बाद कुछ लोगों रुके और कार चालक हरमिंदर और पुष्पा को बाहर निकाला। दोनों उस समय होश में थे। हरमिंदर ने कॉल कर अमनदीप के भाई गुरप्रीत उर्फ राजा को सूचना दी। हादसे के समय गुरप्रीत राजस्थान खाटूश्याम गए गए थे। उन्होंने अपने पड़ोसी जितेंद्र मदान को तुरंत मौके पर पहुंचने के लिए कहा। जितेंद्र मौके पर पहुंचे तो हालात देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए। बंटी और अमनदीप कार में बुरी तरह फंसे थे। एक बस को रोककर उसमें रस्सा बांधा गया। रस्से की मदद से कार को खींचकर बाहर निकाला गया।इसके बाद किसी तरह अमनदीप और बंटी को अस्पताल पहुंचाया गया। इससे पूर्व पुष्पा और हरमिंदर को अस्पताल पहुंचाया जा चुका था। अमनदीप के सिर में गंभीर चोटें थीं, उसका जबाड़ा भी टूट चुका था। कार की बाडी और उसमें लगे सीएनजी सिलेंडर में अमनदीप बुरी तरह फंसी हुई थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद अमनदीप ने मैकअप आर्टिस्ट का शुरू कर दिया था। स्वजन उसके लिए रिश्ता ढूंढ रहे थे। हादसे में इकलौती बेटी के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। सोमवार को परिवार ने निरंकारी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया।एक परिजन ने बताया कि मूलरूप से जयपुर का रहने वाला बंटी गुरुग्राम में आईटी कंपनी में नौकरी करता है। अक्सर छुट्टी वाले दिन वह अपनी मौसी पुष्पा के घर आ जाता था। स्वजन ने बताया कि अमनदीप गुरुद्वारा मत्था टेकने और सेवा करने जाती थी। चलने की जिद करने लगी, स्वजन सोमवार को जाने की सलाह दी, लेकिन अमनदीप नहीं मानी। अमनदीप इंस्टाग्राम पर सक्रिय थीं वहां पर उनके ढाई हजार के करीब फोलोवर थे। वह दुल्हन और मॉडल का भी मेकअप करती थीं।