जांजगीर-चांपा। लोगो को जहां ट्रांसफार्मर पाने के – लिए मशक्कत करनी पड़ती है। वही दुसरी ओर आज भी ट्रांसफार्मर की मरम्मत कार्य रायगढ़ से हो पाते है। जिसके कारण ग्राहको को बिजली आने के लिए पांच दिन से 5 सप्ताह भर तक इंतजार भी करना पडता है।
गौरतलब है कि अभिवाजित जिले में विद्युत उपभोक्ताओ की संख्या 3 लाख 60 हजार को पार कर गया है। वहीं बजली की आवश्यकता लगातार बनी हुई है। इस बीच अगर कही ग्रामीण क्षेत्रो में ट्रांसफार्मर खराब हो जाए तो – ‘ग्रामीणों को ट्रांसफार्मर पाने के लिए सप्ताह भर तक का इंतजार भी करना पड़ता है। ऐसे में उनकी परेशानी और भी बढ जाती है। ऊपर से ट्रांसफार्मर का मरम्मत कार्य जांजगीर जिले के बजाय रायगढ में ‘होता है। जिसके कारण उपभोक्तओ की परेशानी और भी बढ जाती है। अभिवाजित जिले में जहां 3 लाख 60 हजार से भी अधिक विद्युत उपभोक्ताओ की संख्या है। साथ ही साथ जिले में बिजली व्यवस्था बेहतर ढंग से संचालित हो सके। इस बात को ध्यान में रखकर 10 हजार 256 से अधिक ट्रांसफार्मर, 110 सब स्टेशन एंव 3 प्रमुख डिविजन के माध्यम से बिजली ब्यवस्था बेहतर
बनाने तरह तरह के उपाय किए जाते है। इन दिनों ठंड का मौसम चल रहा है। इसके अलावा कही जगह पर बिजली तार टूटने की जानकारी मिलने के बाद भी सुधार कार्य समय पर नहीं हो पाता। जिसके चलते उपभोक्ताओं को घंटों इंतजार करना पड़ता है।
नजर नहीं आ रहा फाल्ट पकडने वाली मशीन
वैसे तो बदलते समय के साथ साथ बिजली विभाग का अमला भी अगर कही कोई विद्युत संबंधित फाल्ट आ जाने की स्थिति में उसकी जांच कर संबंधित जगह पर तार टुटने अथवा किसी तरह की खराबी आ जाने पर फाल्ट पकडने वाली मशनी जगह जगह लगाने की बात तो कही जाती है, लेकिन वास्तव में इस तरह की मशीन का कही कोई अता पता तक नहीं है। जिसके कारण बिजली का कही से फाल्ट आ जाने की स्थिति में किस जगह से खराबी आई है। ऐसे में परेशानी तो आम उपभोक्ताओ को झेलनी पडती है।