कोरबा-रांची हाईवे पर कोटमेर के पास हादसा
शाह कोल ट्रांसपोर्ट का खाली वाहन आ रहा था खदान
कोरबा। भूतल परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारत माला प्रोजेक्ट से जुड़े कोरबा-रांची (व्हाया जशपुर) हाइवे पर एक ट्रेलर में आवाजाही के दौरान अचानक आग लग गई। कोटमेर के पास हुई इस घटना में केबिन जल गया जबकि बिहार निवासी वाहन चालक ने तुरंत कूदकर जान बचाई। आगजनी की घटना के चलते इस मार्ग पर एक घंटे तक दोनों दिशा में आवाजाही बाधित रही। इस दौरान अग्निशमन विभाग की टीम यहां पहुंची और आगजनी को नियंत्रित किया।
कोरबा जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर करतला थानांतर्गत ग्राम कोटमेर में मुख्य मार्ग पर यह घटना हुई। बताया गया कि यहां एक चलती ट्रेलर में आग लग गई जिससे मौके पर अफरा-तफरी की स्थिती निर्मित हो गई। बताया जा रहा है कि मूल रुप से बिहार निवासी महेंद्र मेहता वाहन चालक का काम करता है। वह शाह कोल ट्रांसपोर्ट कंपनी के ट्रेलर को लेकर कोरबा की ओर आ रहा था। वह करतला थाना अंतर्गत ग्राम कोटमेर के समीप पहुंचा था। इसी दौरान उसे इंजन से ब्लास्ट की आवाज सुनाई दी। वह कुछ समझ पाता, इससे पहले धुएं के साथ आग की लपटें निकलने लगी। इस आग ने देखते ही देखते पूरे केबिन को चपेट में ले लिया। किसी तरह चालक ने छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। मुख्य मार्ग में ट्रेलर के धू-धू कर जलने से सडक़ के दोनों ओर वाहनों की कतार लगनी शुरू हो गई। सूचना मिलते ही करतला थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने नगर सेना के दमकल विभाग को घटना की सूचना दी। जब तक दमकलकर्मी घटनास्थल पहुंचते, देर हो चुकी थी। आग की चपेट में आने से ट्रेलर के केबिन और इंजन जलकर खाक हो चुके थे। किसी तरह दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। घटना के बाद मुख्य मार्ग में भारी जाम लग गई थी। जिसे खुलवाने पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। बहरहाल मामले में पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई की है।
पुरानी वायरिंग पर ध्यान नहीं देना खतरनाक
बिजली से जुड़े मामलों में कई प्रकार की सावधानियां बरतनी जरूरी होती है चाहे वह संस्थानों का मामला हो या वाहनों की वायरिंग का हो। खासतौर पर इस तरह के मामलों में गंभीरता दिखानी होती है कि वायरिंग में किसी प्रकार के फाल्ट तो नहीं है। हल्का सा भी संकेत मिलने के साथ इसे तत्काल बदलने या सुधार करने की जरूरत होती है। उपेक्षा बरतने पर वायरों के टकराने और संदिग्ध प्वाइंट पर शार्ट सर्किट की न केवल गुंजाइश होती है बल्कि घटनाएं हो जाती है।
-नरेश पांडेय, संचालक मेकेनिकल सर्विस