जांजगीर चंापा। शहर के बीच एकमात्र हाईस्कूल मैदान को ठेका एजेंसी के सुपुर्द कर दिया गया है। यह मैदान ठेका एजेंसी के गोदाम में तब्दील हो चुका है। बच्चे खेल भी नहीं पा रहे और लोगों को सुबह-शाम सैर के लिए जगह तक नहीं मिल रही है। ऐसे में अब धीरे-धीरे हाईस्कूल मैदान पर भी संकट के बादल छा रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार नगरपालिका को इस समस्या से कोई सरोकार नहीं है। ज्ञात हो कि शहर के बीच में एकमात्र हाईस्कूल मैदान है। जिसमें शहर भर के खिलाड़ी सुबह व शाम को पहुंचते हैं। जहां खिलाड़ी फुटबाल, क्रिकेट सहित अन्य खेल खेलते हैं, लेकिन वर्तमान में इस हाईस्कूल मैदान पर संकट के बादल छाने गए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि शहर का एकमात्र मैदान है। इसके अलावा शहर में कोई अन्य मैदान नहीं है। इसलिए यहां सुबह व शाम को बड़ी संख्या में खिलाडिय़ों की भीड़ पहुंचती है। इसके अलावा सुबह व शाम शहरवासी सैर करने के लिए पहुंचते हैं। लेकिन यह हाईस्कूल मैदान पिछले पखवाड़े भर से गोदाम बनकर रह गया है। मैदान में सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार द्वारा गिट्टी-बालू, सीमेंट व उपकरणों का गोदाम बनाकर रखा है। निर्माण के लिए यहीं प्लांट भी लगा दिया है। निर्माण कार्य के लिए यहां बड़ी-बड़ी मशीन लगाई गई है। जो पूरे दिन भर चलती रहती है। पूरा हाईस्कूल मैदान में रॉ-मटेरियल पड़ा हुआ है। इससे शहरवासी सुबह-शाम टहल तक नहीं पा रहे। मैदान में बच्चों की खेल गतिविधियों पर भी रोक लग गई है। इसे लेकर खिलाड़ी काफी आक्रोशित हैं। लेकिन खिलाडिय़ों का कहीं कोई सुनवाई नहीं होने से वे लोग हाईस्कूल मैदान के एक किनारे में ही खेलने को मजबूर हैं। हाईस्कूल मैदान पहुंचे खिलाडिय़ों का कहना है कि गिट्टी, रेत, सीमेंट व मशीन का गोदाम बनने से खेलने में परेशानी हो रही है। यहां तक चेंजिंग रूम को भी खाना बनाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। शहर के कचहरी चौक से लेकर बीटीआई चौक तक 1 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से दोनों ओर सड़क चौड़ीकरण का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके लिए ठेकेदार द्वारा एक माह पूर्व ही निर्माण कार्य शुरू किया गया है। अब तक सड़क आधी भी नहीं बनी है। यह कार्य माह भर तक चलेगा, तब तक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शहरवासियों व खिलाडिय़ों का कहना है कि शहर के बीच एकमात्र हाईस्कूल मैदान है। इसकी जगह कहीं और भी रॉ मटेरियल प्लांट का निर्माण किया जा सकता था।