
घोषणा के एक साल पूरे, 12 करोड़ की सडक़ पर एक इंच भी काम नहीं
कोरबा। छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा वर्ष 2024 के बजट में कोरबा जिले के अंतर्गत चिर्रा-श्यांग सडक़ का निर्माण कराए जाने की घोषणा की गई थी। लोगों ने इसे सकारात्मक अंदाज से लिया और विश्वास किया कि एक वर्ष के भीतर इससे राहत मिल सकेगी। दूसरा बजट आने पर भी इस तरफ एक इंच काम नहीं हो सका है। खबर है कि अब जाकर अनुमति ही मिल सकी है। दूसरी प्रक्रियाएं होंगीं तब इस दिशा में कुछ प्रगति हो सकेगी।
12 करोड़ रुपए की धनराशि चिर्रा-श्यांग सडक़ निर्माण पर खर्च होना है। पूरी सडक़ की लंबाई 12 किलोमीटर ही है। नए सिरे से किए जाने वाले निर्माण कार्य में अर्थ वर्क और डब्ल्यूबीएम के बाद डामरीकरण कराया जाना है। इसके लिए पिछले वर्ष सरकार को प्रस्ताव दिया गया था उसे अवगत कराया गया था कि यह मार्ग आवश्यक है और सडक़ के पक्का नहीं होने से विभिन्न वर्ग की परेशानी बढ़ी हुई है तथा कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। मामला जन महत्व का था इसलिए इस पर ध्यान दिया गया और सडक़ बनाने के लिए बजट में घोषणा कर दी गई। दो दिन पहले जब प्रदेश सरकार का दूसरा बजट पारित हुआ तो लोगों को पुराना मामला याद आया। नाराजगी इस बात को लेकर है कि सडक़ निर्माण का कार्य शुरू कराने को लेकर किसी भी प्रकार की गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है जिसकी जरूरत थी। कहा जा रहा है कि इस ग्रामीण बेल्ट में 10 से अधिक ग्राम मौजूद हैं जिन्हें कामकाज होने पर अच्छी रोड कनेक्टिविटी मिल सकती है और कई मामलों में सहूलियत मिलने की भी उम्मीद है। लेकिन सरकारी अमले के द्वारा जरूरी प्रक्रियाओं की पूर्ति नहीं करने से लोग ऐसा सोच रहे हैं कि लंबे समय से जो मुश्किलें बनी हुई थी उन्हें आगे और झेलना पड़ सकता है। इसलिए वे स्थिति को लेकर मानसिकता बना रहे हैं।
विकसित जिले की पहचान और यह हाल…
प्रदेश में कोरबा जिले की पहचान विकसित जिले की है। कई औद्योगिक प्रतिष्ठान और भारी-भरकम फंड इसे दूसरे जिलों से अलग खड़े करते हैं। शहरी क्षेत्र की तस्वीर तो अच्छी है लेकिन ग्रामीण इलाकों का हाल लोगों की पीड़ा को बढ़ाने वाला है।
रामपुर विधायक राठिाया ने उठाया था मुद्दा
रामपुर क्षेत्र से निर्वाचित कांग्रेस विधायक फूलसिंह राठिया ने सडक़ निर्माण का मुद्दा उठाया था और इसकी प्रासांगिकता बताई थी। इससे पूर्व ननकीराम कंवर के द्वारा भी प्रयास किए गए। काफी समय के बाद सरकार ने सोचा कि इस काम को करा दिया जाना चाहिए। शायद इसलिए इसे पिछले बजट का हिस्सा मान लिया गया।
अनुमति मिली, टेंडर प्रक्रियाधीन
चिर्रा-श्यांग सडक़ निर्माण जिला खनिज न्यास मद से होना है। यह सही है कि पिछले बजट में सडक़ की घोषणा की गई थी लेकिन अनुमति का मामला अटका हुआ था जो हाल में ही पूरा हुआ है। इस कार्य से संबंधित टेंडर प्रक्रियाधीन हैं जिसके आगामी दिनों में पूर्ण होने की संभावना है। इसके पूरा होने पर सडक़ निर्माण की समयसीमा के अलावा अन्य विषय फाइनल हो सकेंगे। कोशिश होगी कि संबंधित क्षेत्र के लोगों को सुविधा जल्दी मिले।
– जी.आर. जांगड़े, ईई लोनिवि कोरबा































