हल्द्वानी, 0९ फरवरी । उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या 6 पहुंच गई है। यहां पुलिस सरकारी जमीन पर बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को हटाने पहुंची थी। पहले कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद कफ्र्यू लगा दिया गया और देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए। शुक्रवार को बाजार एवं सभी स्कूलों को बंद रखने के भी निर्देश जारी किए हैं। इस बीच, नैनीताल डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रशासन का पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस अवैध अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। इसी दौरान सुनियोजित तैयारी से हमला किया गया। यहां तक कि पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने की कोशिश भी की गई। उत्तराखंड में कानून व्यवस्था को नहीं बिगडऩे दिया जाएगा। सभी से अपील है कि वे शांति बनाए रखें। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में नजर रखने और आवश्यकता पडऩे पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए हैं। हल्द्वानी में अभी भी कफ्र्यू लगा है। भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। इंटरनेट सेवा बीती रात से ही बंद है। बनभूलपुरा वही इलाका है जहां पिछले साल रेलवे की भूमि पर बसी 50 हजार की आबादी वाली बस्ती को खाली कराने का हाई कोर्ट ने आदेश दिया था। पुलिस-प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पूरी तैयारी भी कर ली थी। इसी बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया और वर्तमान में विचाराधीन है। मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा में पिछले दिनों नगर निगम और प्रशासन की टीम अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए पहुंची थी। इस दौरान यहां अवैध मदरसा और नमाज स्थल भी मिला।