कोरबा । जिले में बौद्धिक विकास उद्देश्य अंतर्गत पहली बार पठन-पाठन शैली अंतर्गत कोरबा डी. ए.वी.जेंजरा में 3डी डोम कार्यक्रम का आयोजन हुआ । विद्यालय की प्राचार्या डॉ. राजरेखा शुक्ला के दिशा निर्देशन में तारामंडल कार्यक्रम का संचालन किया गया । जो भारत सरकार के एम एस एम ई मंत्रालय द्वारा पंजीकृत है, जो स्पेस और उसे परे की यात्रा के लिए है,जहां छात्र एक अंतरिक्ष यात्री की तरह में वातानुकूलित गुंबद के अंदर 4्य वीडियो और 360 डिग्री दृश्य के साथ ब्रह्मांड का अन्वेषण कर सकते हैं द्य डोम के अंदर प्रवेश करते ही बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था । डोम के माध्यम से विभिन्न प्रकार के थीम,जिसमे चंद्रमा की यात्रा,पृथ्वी आकाशगंगा का निर्माण व ब्लैक होल को दिखाया गयाद्य सभी थीम को कक्षा स्तर के आधार पर विभाजित किया गया, जिसमे जूनियर क्लासेस के लिए एक जहां एक आसमान,चॉकलेट ग्रह की खोज,पृथ्वी का निर्माण और विकास मिडिल क्लासेस के लिए अलौकिक पृथ्वी,आकाशगंगा के रूप विचित्र चंद्रमा तथा हायर क्लासेस के लिए सबसे पहले और सबसे दूर का ग्रह, पुन: चंद्रमा पर बेहतरी तथा ब्लैक होल को दिखाया गयाडोम के अंदर छात्र-छात्राओं को अपने कक्षा स्तर की सामान्य जानकारी भी प्राप्त करने का अवसर मिला।
पूरे कोरबा जिले में डी. ए. वी. जेंजरा ने पहली बार बच्चों को खेल और मज़े के साथ महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान कियाद्य यह इंटरएक्टिव लर्निंग छात्रों के मस्तिष्क की जिज्ञासा को प्रोत्साहित करती है,और उसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के साथ जोड़ा गया है । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी तक के बच्चों को 3डी इ$फेक्ट के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना था ।