कोरबा। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी बस स्टैंड से प्रतिदिन विभिन्न वर्गों के लिए हजारों यात्रियों का आना-जाना हो रहा है। गर्मी के मौसम में यात्रियों के लिए बस स्टैंड में पानी की समस्या बनी हुई है। यहां का भारी भरकम प्रतीक्षालाय सुविधा से विहीन है। नगर निगम के द्वारा जरूरी व्यवस्था नहीं किए जाने से बस ऑपरेटर नाराज है।
औद्योगिक नगर कोरबा में विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के समय डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी बस स्टैंड का निर्माण कराया गया था। प्रदेश के बड़े बस स्टैंड में इसकी गिनती शुरू से होती रही है। नगर निगम का गठन होने के बाद से बस स्टैंड और यहां पर यात्रियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी नगर निगम के कंधे पर है। काफी समय से इस बात की शिकायत मिलती रहि है कि बस स्टैंड परिसर में सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों के लिए भी बसों का संचालन यहां से होता है और वहां तक जाने के लिए लोगों को बस स्टैंड तक पहुंच कर प्रतिष्ठा भी करनी पड़ती है। गर्मी के मौसम में यहां ठंडे पानी की कमी तो है ही, हवा के लिए पंख तक नहीं है। ऐसे में जनता परेशान है। यातायात महासंघ के पदाधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी ने बताया कि पानी को लेकर काफी मुश्किल है। यह तो अच्छा हुआ की बहुत साल पहले इस इलाके में लगाए गए पेड़ अब वृक्ष बन चुके हैं और वह अपनी हवा से काफी राहत देने का काम कर रहे हैं। बस स्टैंड से जुड़ी हुई अव्यवस्था को लेकर त्रिपाठी ने बताया कि नागरिक सुविधाओं से जुड़े हुए इस स्थान पर क्या कुछ होना चाहिए और क्या है शायद इस तरफ जिम्मेर्दा जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं है। शायद इसलिए लंबे समय से समस्याओं का बोलबाला बस स्टैंड क्षेत्र में बना हुआ है। ड्ढ4ह्ल
कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित बस स्टैंड में काफी समय से कायम समस्याएं कुल मिलाकर बस ऑपरेटर और यात्रियों के लिए परेशानी का कारण साबित हो रही है। गर्मी के मौसम में तापमान का स्टार 43 डिग्री को पार कर चुका है ऐसे में यहां पर पानी की कमी से लोग किस कदर परेशान होते होंगे इसे आसानी से समझा जा सकता है। प्रशासन के साथ-साथ नगर पालिका निगम को इस विषय पर संज्ञान लेने के साथ अभिलंब आवश्यक कदम उठाने के बारे में सोचना चाहिए।