जांजगीर चांपा। बलौदा के तालाब में दुबे युवक का 30 घंटे के बाद भी कोई पता तक नहीं चल सका है। जबकि गोताखोर के अलावा जांजगीर व बिलासपुर की एसडीआरएफ टीम 30 घंटे से सर्च ऑपरेशन चला रही है। फिर भी एक छोटे से तालाब में डूबे युवक को निकालने में सफलता हाथ नहीं लग सकी है। बलौदा शहर के घुनी तालाब में रविवार 10 दिसंबर की दोपहर 3 बजे बलौदा नगर के सतीष तंबोली के पुत्र आनंद अपने दोस्तों के साथ नहाने गया था। दोस्तों के साथ मस्ती करते हुए नहा रहे थे। इसी दौरान अचानक गहरे खाई में फिसलकर तालाब में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए एक दोस्त ने प्रयास किया। उसने आनंद को बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी। कुछ देर बाद वह उसे निकालने का बहुत प्रयास किया। आखिरकार उसके हाथ में आनंद का सिर का बाल लगा, उसे खींचने का प्रयास किया, लेकिन हाथ से छूट गया और गहरे पानी में डूब गया। दोस्त के द्वारा उसे बहुत खोजने का प्रयास किया, लेकिन नहीं मिलने पर वह लौट आया। तब जाकर परिजनों को इस घटना की सूचना दी। परिजन भी प्रयास करने लगे इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी। 22 वर्षीय आनंद तंबोली के तालाब में डूबने से नगर में मातम का माहौल है। तालाब में लोगों की भीड़ लगी हुई है। माता-पिता का रो-रोककर बुरा हाल हो रहा है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस के अलावा कोई अधिकारी जायजा लेने तक पहुंचे हैं। जबकि 30 घंटे से ज्यादा समय तक रेक्स्यू चलाई जा रही है, पूरे जिले में इसकी खबर आग की तरह फैल गई है। फिर तहसीलदार, एसडीएम सहित अन्य अफसरों को कोई सरोकार नहीं है। पर पहुंचकर अपने स्तर में प्रयास किया तालाब में डूबे आनंद का 30 घंटे गुजर जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है। उसे खोजने के लिए स्थानीय पुलिस, गांव के ही मछुआरे अपनी जाल से ढूंढने का प्रयास लगातार कर रहे हैं। साथ ही जांजगीर व बिलासपुर से बचाव दल में एसडीआरएफ, होमगार्ड, पुलिस की टीम लगी हुई है। मोटर बोट, ऑक्सीजन सिलेंडर, स्कूबा ड्राइविंग का प्रयोग भी किया जा रहा है। टीम लगातार 30 घंटे से प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी।