
कोरबा। तीन महिलाओं की जान लेने वाले दंतेल हाथी को वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार कोरबा जिले के बाहर खदेड़ दिया गया है। तीन हाथी क्षेत्र में देखें जाने को वन विभाग की टीम ने अफवाह बताया है। केवल एक ही हाथी था जो कुसमुंडा क्षेत्र के आसपास उसकी उपस्थिति ने दहशत का माहौल निर्मित हो गया था। हाथी की सुरक्ष के ग्राम खोडरी में बिजली रात भर बंद कर दी गई थी, ग्रामीणों को अंधेरे और दहशत में रात गुजारनी पड़ी।
इस संबंध में पाली एसडीओ चंद्रकांत टिकरिहा ने बताया कि हाथी के इधर-उधर भागने और खासकर खेतों व आबादी क्षेत्र में जाने के कारण उसे करंट लगने का खतरा बना रहता है। अनेक लोग हुकिंग के जरिए कनेक्शन लिए रहते हैं तो खेतों में पानी सिंचाई आदि के लिए मोटर पंप लगाने बिजली के कनेक्शन खींचे गए हैं जो काफी कम ऊंचाई पर रहते हैं। ऐसे में हाथी इधर-उधर भागते वक्त करंट के संपर्क में ना आ जाए, इसके एहतियातन इलाके की बिजली फीडर से बंद कराई गई थी। रात में जब हाथी गांव खोडरी से बाहर निकला तब बिजली फिर से बहाल कराई गई।
इधर दूसरी तरफ सुबह से गुल हुई बिजली रात करीब 10.15 बजे वापस लौटी। ग्रामीणों में इस बात की चर्चा है कि चूंकि हाथी ग्राम खोडरी स्थित वृंदावन के जंगल में छिपा हुआ था और जिस जगह पर हाथी की मौजूदगी कई घंटे तक बनी थी, वहां ही ट्रांसफार्मर होने के कारण विद्युत सुधार का कार्य नहीं हो सका था। इसकी वजह से ग्रामीणों को सुबह से लेकर रात तक अंधेरे में रहना पड़ा।
हालांकि हाथी से बचने के लिए रोशनी करना भी एक माध्यम है लेकिन हाथी की जान को खतरा न हो इसके लिए बिजली गुल रही और लोग अपने-अपने घरों में दुबक कर हाथी के चले जाने की विनती करते रहे। एसडीओ ने बताया कि वर्तमान में हाथी कोरबा जिले की सीमा से निकाला जा चुका है, पंतोरा के निकट छाता के जंगल में वह मौजूद है। वन विभाग द्वारा इसकी लगातार ट्रैकिंग की जा रही है।