
जांजगीर चांपा। शिवरीनारायण तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत तुस्मा के नर्सरी ग्राउंड में बन रहे मुक्ति धाम का काम करीब तीन साल से अधुरा पड़ा हुआ है। उसके बावजूद भी जिम्मेदार विभाग को कोई सरोकार नहीं है। बरसात के मौसम में शव की अंतिम संस्कार के लिए घुटने भर पानी को पार करके महानदी किनारे जाने को मजबुर है तुस्मा के नर्सरी ग्राउंड में तीन साल पहले मुक्तिधाम का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि जल्द ही मुक्तिाधाम बनकर तैयार हो जाएगा। मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की सुविधा मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। तीन साल बाद भी मुक्तिधाम का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इतनी लंबी अवधि में केवल शेड का ही निर्माण किया जा सका है।मुक्तिधाम नहीं होने के कारण ग्रामीणों को नदी के किनारे शवों का अंतिम संस्कार करना पड़ता है। बाकी मौसम में तो किसी तरह अंतिम संस्कार कर दिया जाता है, लेकिन बरसात के दिनों में परेशानी बढ़ जाती है। हद तो तब होती हैं जब शव को बरसात के दिनो मे घुटनें भर पानी को पार करके नदी किनारे ले जाते है। कई बार स्थिती तो ऐसी भी निर्मित हो जाती है कि शव ले जाते वक्त घुटने भर पानी और कीचड़ में ही लोग फिसल कर गिर जाते है उसके बाद भी जिम्मेदार सरपंच और सचिव को ग्रामीणों की समस्या से कोई सरोकार नजर नहीं आ रहा है। अब कुछ महीनों बाद पंचायत का चुनाव होना है, लेकिन वर्तमान में तुस्मा ग्राम पंचायत में विकास कार्य शुन्य नजर आ रहा है। गांव में मुक्तिधाम जैसी जरूरी सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों में सरपंच और सचिव की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी देखी जा रही है।