
इनाम की घोषणा के साथ गांवों में दबिश
कोरबा। जिले के कटघोरा वनमंडल अंतर्गत चैतमा रेंज के राहा जंगल में तेंदुए तस्करी मामले में वन विभाग की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन अब तक तेंदुए की गायब अंगों की बरामदगी नहीं हो सकी है। वन विभाग की टीम अब गायब अंगों को बरामद करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इस सिलसिले में विभाग द्वारा सुराग दिए जाने पर ईनाम देने की घोषणा भी की है। वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी राहा व आसपास के गांवों में पहुंचकर सुराग लगाने के साथ ही मुनादी भी करा रहे हैं। ज्ञात रहे कि कटघोरा वनमंडल अंतर्गत चैतमा रेंज के राहा जंगल में गत दिनों एक तेंदुए की लाश मिली थी जिसके खाल, नाखून व पूंछ समेत कई अंग गायब थे। जिस पर तेंदुए के तस्करी का अनुमान वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लगाया जा रहा था और इस दिशा में जांच पड़ताल भी शुरू की गई थी। अपराधियों को पकडऩे के लिए डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया था। डॉग स्क्वायड द्वारा सुराग दिए जाने पर वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भवरदा निवासी गोविंद सिंह गोंड़ 52 वर्ष व उसके बेटे लालसिंह 23 वर्ष को गिरफ्तार कर पूछताछ की, जिस पर दोनों ने जहर देकर तेंदुए को मारने की बात कबूली लेकिन गायब अंगों के बारे में कुछ भी बता पाने में असमर्थता जाहिर की। पूछताछ में उन्होंने केवल यह कहा कि तेंदुए को जहर देकर जरूर मारा है लेकिन उसके अंग को कौन काटकर ले गया उन्हें पता नहीं। मामले में पिता व पुत्र की गिरफ्तारी के बाद आगे की पतासाजी शुरू की गई तो मेसिया दर्रीपारा में रहने वाले रामप्रसाद 44 वर्ष का पता चला जो जंगली जानवरों का शिकार किया करते हैं। टीम उसके घर पहुंची और तलाशी ली तब घर में जानवर पकडऩे के उपयोग में आने वाला तार व जाल मिला है जिसे बरामद करने के साथ वन विभाग की टीम ने रामप्रसाद को भी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में राम प्रसाद ने बताया कि वे जानवरों का शिकार करते हैं लेकिन तेंदुए के अंग गायब होने के मामले में उनका कोई हाथ नहीं है। इस मामले में पुख्ता सबूत व जानकारी के अभाव में अब तक इसे बरामद नहीं किया जा सका है।
वन विभाग की टीम ने तीनों ग्रामीणों को वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मामले में वन विभाग की टीम द्वारा तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल तो जरूर भेज दिया गया है लेकिन तेंदुए के अंगों के बरामद नहीं होने के कारण जांच अधूरा मानते हुए इसके लिए अब प्रयास तेज कर दिया है। चैतमा रेंजर दिनेश कुर्रे के नेतृत्व में विभाग की टीम गांवों में जाकर सुराग लगाने की कोशिश कर रही है वहीं इसके सुराग देने वालों को 10 हजार रुपए इनाम दिए जाने तथा नाम गोपनीय रखने की मुनादी भी कराई जा रही है।