तेलंगाना, 30 नवंबर । तेलंगाना की सभी 119 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान चल रहा है। प्रक्रिया शाम 6 बजे समाप्त होगी। राज्य के कुल 3.17 करोड़ मतदाता 109 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के 2,290 उम्मीदवारों (221 महिलाओं और एक ट्रांसजेंडर सहित) के भाग्य का फैसला करेंगे। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्य में सुबह १ बजे तक ३2.52 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पिछले 10 वर्षों में पार्टी के प्रदर्शन और वादों के आधार पर शासन का तीसरा कार्यकाल चाह रही है। कांग्रेस राज्य में अपनी पहली सरकार बनाने के लिए समर्थन की बात कर रही है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी बीआरएस के कुशासन और भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा कर रही है। तेलंगाना में एक चरण में चुनाव हो रहा है और गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शुरू हो गया। 106 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान शाम 5 बजे तक होगा, जबकि 13 वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित सीटों पर मतदान शाम 4 बजे समाप्त होगा। राज्य में 3.26 करोड़ पात्र मतदाता हैं, जिनमें 1,63,13,268 पुरुष मतदाता और 1,63,02,261 महिला मतदाता शामिल हैं। मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री-पुत्र के.टी. रामाराव, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंदी संजय कुमार और डी.अरविंद उन 2,290 प्रतियोगियों में से हैं जो मौजूदा चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मुख्यमंत्री केसीआर दो सीटों – अपनी मूल सीट गजवेल और कामारेड्डी – से चुनाव लड़ रहे हैं। जहां गजेवाल में उनका मुकाबला भाजपा नेता ईटेला राजेंदर से है, वहीं कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख रेवंत रेड्डी कामारेड्डी में उनका मुकाबला कर रहे हैं।केसीआर से मुकाबला करने के अलावा, ईटेला और रेवंत रेड्डी दोनों दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें भाजपा नेता हुजूराबाद से और कांग्रेस के सबसे अच्छे दावेदार रेड्डी कोडंगल से चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली सीटों में कोरुतला सीट है जहां से बीजेपी ने लोकसभा सदस्य अरविंद धर्मपुरी को बीआरएस के कल्वाकुंतला संजय और कांग्रेस के नरसिंगा राव जुव्वाडी के खिलाफ मैदान में उतारा है। इसके अलावा, महेश्वरम से, बीआरएस ने पटलोला सबिता इंद्रा रेड्डी को के लक्ष्मा रेड्डी (कांग्रेस) और एंडेला श्रीरामुलु यादव (भाजपा) के खिलाफ खड़ा किया है। गोशामहल से, भारतीय जनता पार्टी ने अपने हिंदुत्व के फायरब्रांड नेता टी राजा सिंह को मैदान में उतारा है, जिनका निलंबन पिछले महीने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ उनकी टिप्पणी से पैदा हुए विवाद के बाद पार्टी द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब के बाद रद्द कर दिया गया था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने समाचार एजेंसी को बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए 2.5 लाख से अधिक कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में लगेंगे। चुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत राज्य भर में लगभग 77,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, जिसमें राज्य पुलिस और राज्य और पड़ोसी राज्यों से आए होम गार्ड के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 375 कंपनियां शामिल हैं। तेलंगाना में पहली बार विकलांग व्यक्तियों और 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर पर मतदान की सुविधा प्रदान की गई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, कांग्रेस नेता मल्लिकर्जन खडग़े, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, टीआरएस के केसीआर, केटी रामा राव और के कविता और एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी सहित सभी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने जोरदार प्रचार अभियान चलाया। 2018 में, बीआरएस (तब तेलंगाना राष्ट्र समिति) ने 119 में से 88 सीटें जीतीं और उसका वोट शेयर 47.4 प्रतिशत था। कांग्रेस केवल 19 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही।