अगरतला, 2७ अगस्त ।
त्रिपुरा बीते कई दिनों से बाढ़ की मार झेल रहा है। यहां 19 अगस्त से विनाशकारी बाढ़ के कारण कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई है और 1.17 लाख लोग बेघर हो गए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अपना एक महीने का वेतन राहत कोष में देने का ऐलान किया है। उन्होंने ट्वीट किया, मैं बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना एक महीने का वेतन दान करता हूं। इससे पहले माणिक साहा ने सोमवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में उनसे बात की और संकट से उबरने के लिए लोगों को पूरा सहयोग देने का उन्हें आश्वासन दिया। साहा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, माननीय प्रधानमंत्री मोदी से बात की और राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने संकट की इस घड़ी में त्रिपुरा के लोगों को पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया। हम त्रिपुरा के लोगों के लिए प्रधानमंत्री के इस उदार व्यवहार के लिए उनके अत्यंत आभारी हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री साहा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की थी और उन्हें राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया था। केंद्र ने बाढ़ प्रभावितों को राहत और पुनर्वास के लिए 40 करोड़ रुपये भी मंजूर किए हैं। मुख्यमंत्री ने पिछले तीन दशकों में आई सबसे भीषण बाढ़ के बाद राज्य के पुनर्निर्माण के उपायों पर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक की थी। अधिकारियों ने बताया कि बुनियादी ढांचे, संपत्तियों और फसलों का लगभग 15 हजार करोड़ रुपये नुकसान होने का अनुमान है।
इस बीच मध्यप्रदेश सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित केरल और त्रिपुरा को 20-20 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्य भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं और पिछले कुछ दिनों में, त्रिपुरा तथा केरल ने विशेष रूप से गंभीर प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया है।