जांजगीर चाम्पा । श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति नैला का प्रसिद्ध दुर्गा उत्सव इस बार स्टेशन के सामने होने की बजाए अग्रसेन भवन नैला के सामने होगा। इस बार यहां थाईलैंड के अरूण देव मंदिर की तर्ज पर बने पंडाल में मां जगदम्बा विराजेंगी। इसके लिए अग्रसेन भवन नैला के सामने 160 फीट का विशालकाय पंडाल तैयार हो रहा है। विश्व में शांति का संदेश लेकर आने वाली नई सुबह का प्रतीक थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध भगवान अरुण देव मंदिर का नजारा इस बार नैला दुगौत्सव के दौरान देखने को मिलेगा। अमण देव मदर की तरह ही यहां 160 फीट ऊंचा भव्य प्रवेश द्वार वाला पंडाल बनाया जा रहा है। आर्षक लाइटों से इसकी भव्यता देखते बनेगी। यहां विशाल पंडाल में रत्नजडित स्वर्ण सिंहासन में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। वहीं प्रतिमा के ऊपर विशेष छत्र बनाई जाएगी जिनके नीचे स्वर्ण सिंहासन पर मां दुर्गा विराजमान रहेंगी। नैला के दुर्गा उत्सव की प्रसिद्ध इतनी है कि कई राज्यों से दर्शन करने भक्त यहां आते हैं इसे देखने के लिए प्रदेश ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश उड़ीसा बिहार उत्तर प्रदेश दिल्ली झारखंड पश्चिम बंगाल सहित धन्य कई राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं। ऐतिहासिक नैला दुर्गा उत्सव हर साल रेलवे स्टेशन के सामने ही आयोजित होता आ रहा है लेकिन इस बार रेलवे के द्वारा इस स्थान में गार्डन बना दिया गया है ऐसे में अग्रसेन भवन के सामने दुर्गा उत्सव का आयोजन किया जाएगा इसके लिए भव्य पंडाल बनाने का काम शुरू हो गया है। इस वर्ष स्थान परिवर्तन के बावजूद भी इस आयोजन की भव्यता बने रहने की उम्मीद है, पिछले कुछ वर्षों में देश के कोने-कोने से लोग यहां आकर मातारानी के दर्शन करते हैं। अरुण देव मंदिर की भव्यता रात में विशेष लाइट से और मनमोहक एवं आकर्षक रहेगी।
हर बार देखने को मिलता हैं कुछ नया- पिछले 41 वर्षों से यह परंपरा बनी हुई है, 2009 से लेकर हर बार नया स्वरूप देखने की कोशिश की गई है इस आयोजन की चर्चा देश के कोने कोने में होती है सिक्कों, सोने चांदी, अमेरिकन डायमंड रत्न जडित प्रतिमा, नारियल से बनी प्रतिमा, महेशपति साम्राज्य का पंडाल सहित हर वर्ष नया आकर्षण बना रहता है। श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति द्वारा भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है।