नईदिल्ली, २९ जुलाई ।
राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर हादसा मामले में दिल्ली पुलिस ने पांच और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार बिल्डिंग मालिक और एक थार कार का मालिक शामिल है। इस बिल्डिंग के चार मालिक हैं, जिनके नाम सरबजीत सिंह, तेजिंदर सिंह, हरविंदर सिंह और परविंदर सिंह हैं। चारों चचेरे भाई हैं। ये लोग करोलबाग में रहते हैं। इन्होंने राव आईएएस कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता को चार लाख रुपए मासिक किराए पर बिल्डिंग का बेसमेंट एरिया दे रखा था। डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने पुष्टि की कि इस मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या सात हो गई है। गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के मालिक और एक व्यक्ति शामिल है जिसने एक वाहन चलाया, जिससे इमारत के गेट को नुकसान पहुंचा। डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा, इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रख रहे हैं। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद, संस्थानों के मालिकों ने सोमवार को बेसमेंट लाइब्रेरी का इस्तेमाल करने वाले छात्रों से खाली करने को कहा। छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच एमसीडी ने बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने के आरोप में रविवार को करोल बाग में 13 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील कर दिया। मेयर शेली ओबेरॉय ने बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
सोमवार को छात्र मनीष कुमार ने कहा, 27 जुलाई को जो हुआ वह यह था कि बायोमेट्रिक ब्लाक हो गया था, जिसकी वजह से बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण छात्र अंदर फंस गए। इस त्रासदी को टाला जा सकता था। मनीष ने आगे कहा कि बायोमेट्रिक के विकल्प सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है ताकि ऐसी दूसरी त्रासदी टाली जा सके। एक अन्य छात्र पुनीत सिंह ने शिकायत की कि किसी भी आपात स्थिति में संस्थान की इमारतों में रहने वालों को बचाने का कोई तरीका नहीं है।
मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ मुआवजा देने की मांग
बताया कि हमने डीसीपी को एफआईआर की प्रतियां, की जाने वाली कार्रवाई और मृतकों के परिवार को एक करोड़ रुपये और घायलों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिलाने की मांग की, लेकिन इनमें से किसी पर भी ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, सोमवार की सुबह करोल बाग में भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें बेसमेंट में पुस्तकालय चलाने वाले कोचिंग सेंटरों और मालिकों के खिलाफ कार्रवाई, बेवजह किराए और ब्रोकरेज को नियंत्रित करने के लिए किराया विनियमन विधेयक या किराया विनियमन संहिता और छात्रों के लिए बीमा कवर या शिकायत निवारण तंत्र सहित विभिन्न मांगें उठाई गईं।