कोरबा। जिले में पांच लोगों को मौत की नींद सुला देने वाला खतरनाक लोनर हाथी अब बालको वन परिक्षेत्र की सीमा को पार करने के बाद पसरखेत के रास्ते कोरबा वनमंडल अंतर्गत दरगा पहुंच गया है। आज सुबह यहां के जंगल के में उसे विचरण करते हुए देखा गया। वन विभाग का अमला उसकी निगरानी में जुट गया।
जानकारी के अनुसार लोनर हाथी ने कल शाम 7.30 बजे के लगभग बालको वन परिक्षेत्र में स्थित कॉफी प्वाइंट क्षेत्र से आगे बढ़ा और पतरापाली पसरखेत रेंज पहुंच गया। रात भर लोनर क्षेत्र में स्थित जंगलों में विचरण करता रहा और आज सुबह कमरन-बताती होते हुए कोरबा वन परिक्षेत्र के दरगा पहुंच गया और यहां के जंगल में डेरा डाल दिया। वन विभाग की टीम लगातार रात भर लोनर की निगरानी करती रही। हाथी के दरगा क्षेत्र में पहुंचते ही वन विभाग का अमला और भी सतर्क हो गया है। आसपास के गांवों में मुनादी कराने के साथ ही ग्रामीणों को सतर्क करने का काम शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों से कहा जा रहा है कि क्षेत्र में खतरनाक हाथी की आमद हो गई है, अत: वे इससे दूरी बनाए रखें तथा सावधानी बरतें। ज्ञात रहे लोनर हाथी का इन दिनों जिले में जबरदस्त आतंक है जिस क्षेत्र में भी पहुंचता है वहां के लोगों में हडक़ंप मच जाता है। वहीं जन सुरक्षा को लेकर वन विभाग के सामने भी चुनौती उत्पन्न हो जाती है। लोनर हाथी द्वारा अब तक जिले में पांच ग्रामीणों की जान ली जा चुकी है। वन विभाग की टीम इस पर नियंत्रण करने के लिए लगातार कोशिश में लगी हुई है लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पा रही है उल्टा लोनर हाथी का उत्पात और भी बढ़ता जा रहा है। अब वन विभाग की टीम इस कोशिश में लगी है कि वह वापस धरमजयगढ़ जंगल चला जाए और अपने दल में शामिल होकर भ्रमण करे। दल में मिलते ही उसके उत्पात थमने की संभावना है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दल से बिछडऩे के कारण लोनर हिंसक हो गया है।