दर्जनों अवैध रेत घाटों पर माफिया राज

जांजगीर चांपा । जिले के अवैध रेत घाटों में नए जिला खनिज अफसर भी लगाम लगा पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। जबकि उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही अवैध रेत घाटों में कार्रवाई की बात की थी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अवैध रेत घाटों में धड़ल्ले से रेत निकाली जा रही है। इससे हसदेव नदी व महानदी की सीना छलनी हो रही है। जिले में सबसे अधिक बलौदा ब्लाक के केराकछार व नवापारा में सर्वाधिक रेत का काला कारोबार हो रहा है। इन अवैध रेत घाटों से हर रोज सैकड़ों ट्रिप रेत निकाली जा रही है और रेत माफिया काली कमाई में लाल हो रहे हैं। इससे खनिज अफसरों को कोई सरोकार नहीं है।
में हर रोज लाखों रुपए की रेत निकाली जा रही है। खनिज विभाग के अफसर इन रेत घाटों में अब तक छापेमारी नहीं कर पा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन रेत घाटों में चेन माउंटेन मशीन से रेत निकाली जा रही है। फिर भी रेत माफियाओं पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पा रही है। बताया यह भी जा रहा है कि इन अवैध रेत घाटों से खनिज विभाग के अफसरों की संलिप्तता है। यही वजह है कि इन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
बताया जाता है कि जितने भी अवैध रेत घाट हैं उनके संचालकों का खनिज विभाग के कर्मचारियों से बेहतर संबंध है। जैसे ही खनिज विभाग के अफसर आफिस से निकलते हैं वैसी ही खनिज विभाग के दफ्तर में काम कर रहे कर्मचारियों द्वारा रेत घाट संचालकों को सूचना दे दी जाती है। इसके चलते रेत माफिया अलर्ट हो जाते हैं और चेन माउंटेन मशीन को छिपा दी जाती है।- जिससे रेत माफिया सावधान होकर काम छोड़ जाते हैं।

RO No. 13467/ 8