
सूरजपुर। जिले में किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से सैकड़ो क्विंटल धान बेचकर उसकी राशि निकाल ली गई। सूरजपुर जिले से एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जहां सिलफिली धान समिति प्रबंधक और सहकारी बैंक लटोरी के प्रबंधक की मिली भगत से किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से बड़े पैमाने पर धान की बिक्री कर दी गई। इन किसानों की जमीन तो है किंतु धान का उत्पादन एक कटोरा भी नहीं है। इसके बावजूद टोकन काटकर उनके खातों पर सैकड़ो क्विंटल धान बेच दिया गया। बेचे गए धान की कीमत का पैसा भी सहकारी बैंक लटोरी से किसानों की उपस्थिति के बिना ही आहरित हो गया। किसानों का कहना है कि सहकारी बैंक के प्रबंधक और समिति प्रबंधक कई वर्षों से यह खेल खेल रहे हैं। कई किसानों ने बताया कि ऐसे दर्जनों मामले हैं जिनका भौतिक सत्यापन के माध्यम से सूक्ष्म जांच की जाए तो निश्चित ही घोटाले का बड़ा मामला सामने आ सकता है। यही नहीं बल्कि 2014-15 एवं 2015-16 में धान बेचने वाले किसानों के खातों में इस वर्ष बोनस की राशि नई सरकार के द्वारा चढ़ा दी गई। ऐसे अधिकांश किसानो को बिना बताए उनके खातों से रुपए निकाल लिए गए हैंं। अब किसान त्रस्त होकर सभी मामलों की भौतिक जांच कर ऐसे समिति व शाखा प्रबंधक को हटाने की मांग कर रहे हैं। इस संंबंध में किसान जांगसू राम आमगांव ने बताया कि वह इस वर्ष सिलफिली समिति में नया पंजीयन कराया है। खेत में धान उत्पादन नहीं होने से वह एक दाना भीा धान नही बेंचा, लेकिन समिति प्रबंधक के द्वारा उसके खाते में 110 क्विंटल धान बेचकर बैंक में उसके उपस्थित हुए बिना पूरी रकम निकाल ली गई।






















