नई दिल्ली: दिल्ली में आयोजित एक समारोह में दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. मिथुन का सराहनीय योगदान इस बार समारोह में बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को भी दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया. हाल ही में इसका ऐलान किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सिनेमा में एक्टर के योगदान की तारीफ की थी. उनकी जर्नी काफी इंस्पिरेशनल रही है.

अवॉर्ड मिलने के बाद मिथुन ने अपनी जर्नी के बारे में भी बताया. वो बोले, ”नेशनल अवॉर्ड मिला तो खुद को अल-पचीनो समझने लगा था, फिर मुझे एक लात पड़ी, तो अकल आई. मेरे रंग की वजह से मुझे कुछ सुनने को मिला. कहा जाता था कि ये बॉलीवुड में ये काला रंग नहीं चलेगा. मैं सोचता था कि करूं क्या, मैं भगवान से कहता था कि हे भगवान इस रंग का क्या करूं, ये तो चेंज नहीं कर सकता. तो मैंने सोचा मैं पैरों से डांस करूंगा, मैं ऐसा डांस किया पैरों से, इतना थिरका कि लोगों का ध्यान मेरे पैरों पर गया ही नहीं. उस दिन के बाद से मैं बन गया सेक्सी, डस्की, बंगाली बाबू.
मैं भगवान से बहुत शिकायत करता था. लेकिन आज ये अवॉर्ड मिलने के बाद मैंने ये शिकायत करना छोड़ दिया. मैंने सिर्फ शुक्रियाअदा किया. मैं नए लोगों से कहूंगा कि हिम्मत नहीं हारना, सपना देखना कभी बंद नहीं करना. खुद सो जाना लेकिन सपनों को कभी सोने नहीं देना. मैं कुछ बन सकता हूं तो तुम भी बन सकते हो.”
बता दें, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ऐलान कर लिखा था- कोलकाता की सड़कों से सिनेमा की दुनिया में ऊंचाई छूने तक. मिथुन दा की जर्नी ने हर जनरेशन को इंस्पायर किया है. मैं ये ऐलान करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि दादा साहेब फाल्के सेलेक्शन जूरी ने मिथुन चक्रवर्ती को इंडियन सिनेमा में उनके अहम योगदान के लिए सम्मानित करने का फैसला किया है.