नई दिल्ली। पंजाब और हरियाणा में पराली को जलाने से रोकने के लिए पिछले सालों की तरह फिर बड़े-बड़े दावे व उपाय किए जाने लगे है। यह बात अलग है कि इसके बाद भी पिछले साल पंजाब और हरियाणा में पराली खूब जली थी। दोनों राज्यों में पराली जलने के करीब 40 हजार मामले रिपोर्ट हुए थे। बावजूद इसके केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के निर्देश पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने पराली को जलाने से रोकने के लिए इस बार फिर पंजाब और हरियाणा के 26 जिलों में उड़नदस्ते (फ्लाइंग स्क्वाड) की तैनाती दी है। इसमें राज्य और संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल होंगे।
दोनों राज्यों के यह सभी ऐसे जिले है जहां पिछले साल सर्वाधिक पराली जलाने की घटनाएं रिपोर्ट हुई है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक पंजाब-हरियाणा में तैनात किए गए इन दस्तों ने तत्काल प्रभाव से काम शुरू कर दिया है। जो इन सभी जिलों में 30 नवंबर तक काम करेगा।