कोरबा। एसईसीएल गेवरा दीपका कोलफील्ड लिमिटेड क्षेत्र के अंतर्गत दीपका से हरदीबाजार बायपास मार्ग को संघर्षों से नया सडक़ निर्माण किया गया है इस सडक़ से 24 घंटे एसईसीएल की कोयला खदानों से सैकड़ो की संख्या में कोयला गाडिय़ों से कोल ट्रांसपोर्टिंग ट्रांसपोर्टरों व ट्रक मालिकों द्वारा किया जाता है साथी इस मार्ग से काफी संख्या में प्रतिदिन अपनी रोजमर्रा के लिए आम नागरिकों का आना-जाना रहता है जबकि इस सडक़ का सुरक्षा व्यवस्था, पानी छिडक़ाव व देखरेख एसईसीएल गेवरा दीपका प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है प्रबंधन अपने जिम्मेदारी को पूरा करने में असफल साबित हो रही है नहीं पानी छिडक़ाव, ना स्ट्रीट लाइट, छोटे गाडिय़ों के डिवाइडर के नाम पर खानापूर्ति किया जा रहा है दीपका हरदीबाजार बायपास मार्ग में इसका जीता जागता उदाहरण सैकड़ो की तादात में घटनाएं-दुर्घटनाएं हो चुकी है हाल ही में बलवंत सिंह उम्र 27 वर्ष ग्राम सिंघिया कटघोरा ब्लॉक का रहने वाला युवक भीषण सडक़ हादसे का शिकार हो गया गंभीर हालत में नेहरू शताब्दी गेवरा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान डॉक्टर ने बलवंत सिंह की हालात बहुत नाजुक बताया गया है अभी भी ट्रीटमेंट जारी है पीडि़त के परिवार स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं और एसईसीएल प्रबंधन की व्यवस्था से नाराज व आक्रोशित हैं । छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष चौहान ने कहां कि एसईसीएल गेवरा दीपका के प्रबंधन सडक़ की व्यवस्थाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है अपने कोयला व खनन विस्तार को ज्यादा अहमियत दे रही है क्षेत्र के आम नागरिकों के साथ एसईसीएल प्रबंधकों की रवैया ठीक नहीं है अगर अपनी जिम्मेदारी और जवाबदारी को बखूबी अच्छे से वहन व निभाती तो ऐसे सडक़ हादसे नहीं होते ना तो सडक़ों पर छोटे गाडिय़ों का ढंग से डिवाइडर का व्यवस्था है ना ही पानी छिडक़ाव का कोई उत्तम व्यवस्था कर पाए हैं उन्होंने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन बाईपास सडक़ के लिए लाखों का टेंडर जारी करते हैं लेकिन सडक़ों पर सिर्फ पानी छिडक़ाव के नाम पर खानापूर्ति ही कागजातों में हो जाते है और सडक़ों पर धूल के गुब्बारे खाने के लिए आम नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ती है धूल के गुब्बारे के कारण सामने से आने वाले टेलर गाडिय़ां दिखाई नहीं देते जिसके कारण दुर्घटनाओं की घटनाएं हो जाती है चौहान ने आगे कहा कि प्रबंधन के द्वारा स्ट्रीट लाइट का भी टेंडर किया जाता है रात के समय आने जाने वाले राहगीरों को अंधेरे के कारण घटना की संभावना बनी होती है ये सब व्यवस्था की जिम्मेदारी एसईसीएल प्रबंधन सही तरीके से काम करती तो सडक़ हादसों में कमी आती बलवंत सिंह के साथ घटना एसईसीएल प्रबंधन की नाकामी से हुई है उनके परिवार के साथ संवेदना है ऐसी व्यवस्था के खिलाफ छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी ।