
बिश्रामपुर। दैहिक शोषण की शिकार नाबालिग ने बच्चे को जन्म दिया। आरोपित ने एक साल तक पीडि़ता को अपने घर पर रखा। इस बीच नवजात को उसने गायब करवा दिया। शिकायत पर पुलिस ने आरोपित मां -बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं बच्चे को गायब कर देने के मामले में आरोपित के फरार भाई की पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी है।
सूरजपुर जिले के एक व्यक्ति ने 15 वर्ष से कम आयु की किशोरी को प्रेम जाल में फंसाकर शादी का झांसा देते हुए 13 मार्च 2022 से शारीरिक संबन्ध बनाया। एक साल तक किशोरी को अपने घर मे भी रखा। गर्भवती होने पर बीते नौ जनवरी 2023 को किशोरी को आरोपित व उसकी मां ने मिशन अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराकर प्रसव कराया। किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया था। आरोपित के बड़े भाई ने नवजात को चिकित्सक को दिखाने का झांसा दिया था। उसे अपने साथ ले गया था और आज पर्यन्त वापस नही लाया। आरोपित अब पीडि़ता से शादी करने से इंकार करते हुए उसे भगा दिया। किशोरी की रिपोर्ट पर बीते रविवार को पुलिस ने आरोपित , उसके बड़े भाई व मां के विरुद्ध धारा 376 (3), 376 (2) (एन), 363 एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धारा के तहत अपराध दर्ज किया।